Aman Sehrawat Promotion: पेरिस ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले अमन सहरावत का हुआ तगड़ा प्रमोशन, रेलवे में मिली बड़ी जिम्मेदारी

कुणाल किशोर | Updated:Aug 15, 2024, 04:40 PM IST

ब्रॉन्ज मेडल के साथ अमन सहरावत.

रेसलर अमन सहरावत ने पेरिस ओलंपिक 2024 में 57 किलोवर्ग फ्रीस्टाइल इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीता था. उन्हें उत्तर रेलवे में बड़ा प्रमोशनल मिला है.

पेरिस ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले रेसलर अमन सहरावत को रेलवे में तगड़ा प्रमोशन हुआ है. 21 साल के अमन ने हाल ही में समाप्त हुए खेलों के महाकुंभ में मेडल जीतकर इतिहास रच दिया था. अमन ने 57 किलोवर्ग फ्रीस्टाइल इवेंट में ब्रॉन्ज अपने नाम किया था. इसी के साथ वह ओलंपिक मेडल जीतने वाले भारत के सबसे युवा एथलीट बने थे. अमन सहरावत की सफलता को देखते हुए उत्तर रेलवे में उन्हें OSD यानी ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी बना दिया गया है.


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अमन सहरावत ने भारत को दिलाया था छठा मेडल

पहली बार ओलंपिक में उतरे अमन सहरावत ने शानदार प्रदर्शन किया था. उन्होंने राउंड ऑफ 16 में यूरोपियन चैंपियन और क्वार्टर फाइनल में अल्बानिया के रेसलर को पटखनी देते हुए सेमीफाइनल में जगह बनाई थी. हालांकि वह फाइनल में पहुंचने से चूक गए थे. सेमीफाइनल मुकाबले में उन्हें जापान के रेई हिगुजी ने 10-0 से हरा दिया था. इसके बाद अमन को ब्रॉन्ज मेडल मैच खेलना पड़ा.

अमन सहरावत ने 10 अगस्त को प्यूर्टो रिको के डेरियन टोई क्रूज को 13-5 से मात देकर ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया. पेरिस ओलंपिक में भारत का यह छठा मेडल रहा.  

अमन सहरावत ने ब्रॉन्ज मेडल अपने माता-पिता और देश को समर्पित किया था. उन्होंने कहा था, "देश के लिए पदक जीतकर खुश हूं. यह पदक मैं अपने मां-पापा और देश को समर्पित करता हूं."  बता दें कि अमन जब महज 11 साल के थे, तब उनके माता-पिता का निधन हो गया था.

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