ऐसा लगा कि Vinesh Phogat ने बृजभूषण शरण सिंह को अपनी धोबी पछाड़ से चारों खाने चित्त कर दिया हो

पूजा मेहरोत्रा | Updated:Aug 07, 2024, 12:56 AM IST

विनेश फोगाट ने इसी पटखनी के बाद पेरिस ओलंपिक में सिल्वर मेडल पक्का कर लिया है

Vinesh Phogat Paris Olympics 2024 : जब विनेश फोगाट एक के बाद एक क्यूबा की गुजमैन और जापान की सुसाकी को पटखनी देते हुए अपना मेडल पक्का कर रही थीं तो उनके चेहरे पर अप्रैल 23 का वो दर्द, यौन शोषण के खिलाफ निकला आंसूं अंगारा बन कर बरस रहा था जैसे उनके सामने कोई रेसलर नहीं बृजभूषण शरण सिंह हों.

Vinesh Phogat Wins Semifinal: Wrestlers विनेश फोगाट ने Paris Olympics 2024 में न केवल इतिहास रचा बल्कि हर भारतीय को एक बार फिर गर्व करने का मौका दिया है. मंगलवार की शाम जब उन्होंने चार बार की वर्ल्ड चैंपियन और टोक्यो ओलंपिक की गोल्ड मेडलिस्ट जापान की यूई सुसाकी को पटखनी देते हुए धूल चटाई तब सोशल मीडिया पर तो वह तभी छा गईं और उसके साथ छाए हुए थे Brij Bhushan Sharan Singh. देश उन दिनों को तो याद कर रहा था जब देश की पहलवान बेटियां देश की राजधानी में जंतर मंतर पर इंसाफ मांग रहीं थी... लेकिन देश सांस थामे उस समय का भी इंतजार कर रहा था जब वो क्यूबा की रेसलर को चारो खाने चित कर दें. और हरियाणा की छोरी ने रात 10.43 पर युसनेइलिस गुजमैन को ऐसे पटका जैसे उनके सामने मानो भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह हों.

यकीन मानिए जब विनेश एक के बाद एक गुजमैन और सुसाकी को पटखनी देते हुए अपने मेडल को पक्का कर रही थीं उनके चेहरे को पढ़ने वाले अप्रैल 2023 के दर्द को साफ साफ महसूस कर रहे थे. मुझे लगता है कोई भी नहीं भूला होगा वो दर्द भरे दिन जब हमारे खिलाड़ी प्रदर्शन के साथ साथ अपनी प्रैक्टिस बिना मैट के जंतर मंतर प्रागण में करते थे. वो आंसूं वो तिलमिलाहट सारे पल एक एक कर आंखों के सामने आ रहे हैं. 


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ऐसा लगा पटक दिया हो बृजभूषण को

पिछले साल का अप्रैल महीना तो नहीं ही भूला होगा देश जब जंतर मंतर पर हमारे देश की पहलवान बेटियां अपनी इज्जत की दुहाई देते हुएकुश्ती महासंघ के अध्यक्ष  बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला था. हालांकि शुरुआत तो उन्होंने 18 जनवरी 2023 को ही कर दी थी. देश के प्रमुख पहलवान देश की मान, जंतर मंतर पर यौन शोषण  के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और खुद के साथ हो रही ज्यादतियों के लिए इंसाफ मांग रहे थे. उनमें एक थीं साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया समय  समय पर बृजभूषण को अध्यक्षपद से हटाने से लेकर उसपर एफआईआर करने की मांग करते रहे लेकिन सरकार और पुलिस दोनों के कान पर जूं तक नहीं रेंगी. wrestlers अपनी प्रैक्टिस छोड़  protest कर रहे थे. एक महीने से ज्यादा समय तक पहलवानों से ये  जंग लड़ी..सरकार को जगाने के लिए सभी पहलवान अपने मेडल लेकर हरिद्वार गंगा तक पहुंचे लेकिन पुख्ता आश्वासन न मिलने से पहलवान निराश थे. हालांकि खेल मंत्री ने खिलाड़ियों को भरोसा तो दिलाया था लेकिन निराश पहलवानों की आंखों के आंसूं थम नहीं रहे थे.

पहलवानों की एकजुटता से सिस्टम हिला और दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ पॉक्सो एक्ट और कई अन्य मामलों में एफआईआर दर्ज की. वहीं ताकतवर सांसद और नेता बृजभूषण हर दिन खिलाड़ियों को लेकर बयान दे रहा  था यहां तक कहा कि अगर उनपर यौन शोषण होने की बात सच साबित हुई तो वे फांसी पर लटक जाएंगे. बृजभूषण का मामला कोर्ट में है. लेकिन विनेश ने आज सिल्वर मेडल पक्का कर लिया है और 7 अगस्त यानी कल गोल्ड के लिए दांव लगाएंगी. 

आसान नहीं रहे विनेश के पिछले चार साल

विनेश का यह तीसरा ओलंपिक है. 2016 में रियो में उन्हें चोट लग गई थी और वो खेल से बाहर हो गईं थीं. 2020 में टोक्यो में भी क्वार्टर फाइनल में हार गईं थीं..यहीं से उनके स्ट्रगल के दिन भी शुरू हो गए थे. याद हो कि उन्हें यहां बैन कर दिया गया था. तब बृजभूषण सिंह ने उनपर कटाक्ष किया था और कहा था-  हमने खोटा सिक्का भेजा था. ये वही समय था जब तानों और इस बैन से परेशान विनेश डिप्रेशन का शिकार हो गईं थीं. उनके भाई ने दैनिक भास्कर को बताया कि डॉक्टर ने उन्हें कुश्ती छोड़ने तक की सलाह दे दी थी. लेकिन वह रुकी नहीं. कुश्ती लड़ती रहीं और आज वो अपना दम दिखा चुकी हैं. इस खबर में विनेश के बड़े भाई हरविंदर फोगाट के हवाले से बताया है कि कैसे विनेश को बार बार परेशान किया जा रहा था. कभी उनके फीजियो को नहीं भेजा गया तो कभी उन्हें ऐसे किट दिए गए जो बिलकुल भी आरामदायक नहीं थे..उन्हें उनके कपड़े  भी नहीं पहनने दिए गए.. 

विनेश उसी परिवार से आती हैं जहां ताऊ महावीर फोगाट और बहनें गीता फोगाट और बबीता पर आमिर खान ने दंगल फिल्म बनाई और कहा म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के....   

विनेश ने सिर्फ सिल्वर मेडल ही पक्का नहीं किया है बल्कि हरियाणा की यह छोरी कुश्ती के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला भी बन गई है. उनके घर पर ताऊ और गुरु महावीर फोगाट भावुक हैं. कहते हैं बेटी ने मेरा सपना पूरा कर दिया है. उसे बहुत आशीर्वाद है, भगवान उसे और भी आगे बढ़ाए. इस खुशी के मौके पर ताऊ भी बृजभूषण की दी गई पीड़ा को नहीं भूले और कह ही डाला ये 'तमाचा' है उसके मुंह पर.

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