फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप 2022 के मुकाबले गोवा, भुवनेश्वर और मुंबई में खेलए जाएंगे. गोवा का स्टेडियम देश का पहला ऐसा स्टेडियम बन गया है, जिसकी सतह हाइब्रिड होगी. नीदरलैंड्स के थॉमस एल्कॉक ने इसे तैयार किया है. हाइब्रिड फुटबॉल टर्फ लंबे समय तक खराब नहीं होती है.
2
इस स्टेडियम पर अधिक सुरक्षा के साथ कई मुकाबले खेले जा सकेंगे. हाइब्रिड घास या कृत्रिम घास का उपयोग करके मैदान की पिच तैयार की जाती है. इस घास को प्राकृतिक घास के साथ सिंथेटिक फाइबर को मिलाकर बनाया जाता है.
3
गोवा स्टेडियम की सतह को भारत की पहली हाईब्रिड पिच बनाने वाले थॉमस एल्कॉक एक साल में 50 पिच तैयार कर देते हैं. ये पिच देखने में घास के मैदान की तरह ही नजर आएगी. वो इससे पहले यूके, इटली, फ्रांस और स्पेन जैसे देशों में काम कर चुके हैं.
4
प्रत्येक 2 सेमी पर एक हाईब्रिड घास लगाई जाती है, जिसे 180 मिमी गहराई तक नीचे दबाया जाता है. इस घास को अभी हॉलैंड में ही तैयार की जाती है और जहां भी लगानी होती है, वहां इसे कंटेनर में भरकर ले जाया जाता है.
5
किसी भी स्टेडियम की पिच को तैयार करने में कम से कम 10 दिन लगते हैं. इस दौरान कर्मचारी 12-12 घंटे की दो शिफ्ट मे लगातार काम करते हैं.