डीएनए हिंदी: ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट टीम के कप्तान रहे अजिंक्य रहाणे खराब दौर से गुजर रहे हैं. उन्होंने अब यह कहकर नए विवाद को जन्म दे दिया है कि सीरीज की जीत का क्रेडिट उनके बजाय किसी और को दे दिया गया.
रहाणे ने एक चैट शो में सवाल के जवाब में कहा, मेलबर्न टेस्ट 2020 में मैं नौवें ओवर में अश्विन को लेकर आया. इस निर्णय की वजह से दो ओवर्स में मेथ्यू वेड और स्टीवन स्मिथ के विकेट मिले. रहाणे ने आगे कहा, मैं यह नहीं कहूंगा कि इस डिसिजन की वजह से गेम हमारे पास आ गया लेकिन यह जरूर कहूंगा कि यह मेरा विश्वास था कि ऐसा करना सफल होगा क्योंकि जब फास्ट बॉलर गेंद डाल रहे थे तब मुझे लगा कि अश्विन को लाना सही होगा.
हालांकि एक चैट में अश्विन ने कहा था कि यह डिसिजन कोच रवि शास्त्री का था. उन्होंने ही मुझे पहले 10 ओवर्स में बॉल डालने के लिए कहा था. शास्त्री की यह बात सुनकर मैं चौंक गया था. अश्विन और रहाणे के बयान विरोधाभासी होने के बाद अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या वाकई टीम में सब ठीक नहीं चल रहा है.
'बैकस्टेज विद बोरिया' में रहाणे ने बोरिया मजूमदार से कहा, मुझे पता है कि मैंने वहां क्या किया. मुझे किसी से यह कहने की जरूरत नहीं है और यह मेरा स्वभाव नहीं है कि मैं जाकर श्रेय लूंगा. हां कुछ चीजें थीं, जिसके लिए मैंने मैदान पर निर्णय लिया लेकिन श्रेय किसी और को दिया गया. मेरे लिए जो महत्वपूर्ण था वह यह था कि हमने श्रृंखला जीती और वह एक ऐतिहासिक सीरीज थी.
हुआ क्या था?
भारतीय टीम नवंबर 2020 में ऑस्ट्रेलिया टूर पर गई थी. यहां टीम ने 3 वनडे, 3 टी 20 और 4 टेस्ट मैच खेले थे. एडिलेड में पहले टेस्ट में भारतीय टीम को कप्तान विराट कोहली के नेतृत्व में हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद कोहली छुट्टियों पर भारत लौट आए. कोहली के बाद रहाणे कार्यवाहक कप्तान बनाए गए. रहाणे की कप्तानी में भारत ने मेलबर्न टेस्ट में 8 विकेट से शानदार जीत दर्ज की. खास बात यह है कि मेलबर्न की तेज पिच पर अश्विन को पहले 11 ओवर में गेंदबाजी थमाई गई. यह निर्णय देखकर क्रिकेटप्रेमी चौंक गए थे.
अश्विन ने 11वें ओवर में एक रन दिया. इसके बाद 13वें ओवर की पांचवीं गेंद पर उन्होंने क्रीज पर जम रहे मेथ्यू वेड को रवींद्र जडेजा के हाथों कैच आउट करा पवेलियन भेज दिया. अश्विन इसके बाद 15वें ओवर में लौटे तो तीसरी गेंद पर स्टीव स्मिथ को चलता कर दिया. अश्विन ने पहली ईनिंग में 24 ओवर में 35 रन देकर 3 विकेट चटकाए तो वहीं दूसरी ईनिंग में 37.1 ओवर में 2 विकेट निकाले.
ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 195 और 200 का स्कोर किया जबकि भारत ने पहली पारी में 326 और दूसरी में 76 रन जड़कर 8 विकेट से मैच जीत लिया. खास बात यह है कि मैच में रहाणे ने कप्तानी पारी खेली और शानदार शतक ठोक भारत को जीत दिलाने में कामयाब रहे. चार मैचों की सीरीज में भारत ने 2 मैच जीतकर सीरीज पर कब्जा जमाया. एक मैच ड्रॉ रहा जबकि एक में भारत को हार मिली.
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में सबसे ज्यादा रन
अजिंक्य रहाणे भारत की ओर से आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2019-2021 में सबसे ज्यादा रन ठोकने वाले खिलाड़ी हैं. रहाणे ने इस दौरान 18 मैचों की 30 ईनिंग में 42 से ज्यादा की एवरेज से 1159 रन बनाए. ये चारों मैच भी डब्ल्यूटीसी का ही हिस्सा थे. आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल तक पहुंचने में रहाणे की शानदार बल्लेबाजी का योगदान शामिल है. हालांकि साउथ अफ्रीका सीरीज पर वह एक अर्धशतक ही लगा पाए इसके बाद से ही लगातार उनके चयन को लेकर सवाल उठ रहे थे. अब कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्हें टीम से ड्रॉप भी किया जा सकता है.