डीएनए हिंदी: क्रिकेटर विकास टोकास ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया है. आईपीएल में आरसीबी के टीममेट रहे विकास का कहना है कि 26 जनवरी को भीकाजी कामा थाना सीमा के अंतर्गत गांव के पास कुछ पुलिसकर्मियों ने मेरी कार रोक दी. उन्होंने यह आरोप लगाते हुए 2 हजार रुपए मांगे कि मैंने मास्क नहीं पहना हुआ है.
जब मैंने उनका विरोध किया तो वे मेरी कार के अंदर बैठ गए. मेरे साथ गाली-गलौज की. उनमें से एक पूरन मीणा थे जिन्होंने मुझे मुक्का मारा. वे मुझे पुलिस स्टेशन ले गए और आरोप लगाया कि मैं राइफल लेकर भाग रहा था.
क्रिकेटर ने आगे कहा कि उन्होंने मेरा फोन छीन लिया. बाद में स्टेशन के एक कर्मचारी ने मुझसे समझौता करने के लिए कहा कि उन्होंने गलती की है. वे मुझपर कोई कार्रवाई न करने का दबाव बना रहे थे. मैंने डीसीपी और सीपी को एक ईमेल भेजकर पूरन मीणा और एक अन्य को निलंबित करने की मांग की है.
विकास ने दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर को शिकायती मेल में लिखा है कि मैं एक राष्ट्रीय स्तर का क्रिकेटर हूं. 26 जनवरी को मेरे साथ पुलिस अधिकारियों ने दुर्व्यवहार किया, जो निंदनीय है. एक अधिकारी ने मुझे मुक्का भी मारा. किस्मत से मेरी आंख की रोशनी जाते-जाते बच गई. मैं निवेदन करता हूं कि इस मामले को जल्द से जल्द देखें. इस घटना के बाद से मैं मानसिक परेशानियों से गुजर रहा हूं.
35 साल के विकास टोकास दिल्ली के रहने वाले हैं. उन्होंने फर्स्ट क्लास के 15 मैचों में 32 विकेट निकाले हैं. लिस्ट ए के 11 मैचों में 19 और टी 20 के 17 मैचों में 16 विकेट निकाल चुके हैं. उन्होंने अपना आखिरी टी 20 मैच 2019 में इंदौर में खेला था. 2016 में वह आईपीएल टीम आरसीबी का हिस्सा रहे लेकिन उन्हें कोई मैच खेलने का मौका नहीं मिला.