डीएनए हिंदी: पाकिस्तानी क्रिकेटर्स आए दिन अपनी करतूत और किस्सों को लेकर चर्चाओं में रहते हैं. इसबीच ही पाकिस्तान के एक पूर्व क्रिकेटर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में है. उन्होंने कहा कि उन्हें धीमा जहर दिया गया, जिसे उनके करियर को रोका जा सकें. हालांकि उन्हें जहर किसने दिया यह बात उन्होंने स्पष्ट नहीं की. पाकिस्तान के पूर्व ओपनर ने कहा कि इस जहर से उनके जोड़ों को खराब करने की कोशिश की, जिसका इलाज कराते कराते वह कर्ज में आ गए.
पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर इमरान नजीर ने खुलासा किया कि जब मेरा करियर चरम पर था. तब मुझे जहर दिया गया था. यह जहर मेरी जान लेने के लिए नहीं, बल्कि करियर को नुकसान पहुंचाने के लिए था. यह धीमे जहर के प्रकोप से वह बिस्तर पर न पड़ने के लिए लड़ रहे थे. नजीर ने कहा कि एमआरआई और जांच कराई तो मुझे पता चला कि मुझे जहर के रूप में पारा दिया गया था. यह जोड़ों को नुकसान पहुंचाने वाला था. लगभग 8 से 10 सालों में मेरे सभी जोड़ खराब हो गए. इसका मैंने लंबा इलाज कराया. नजीर ने कहा कि मैंने समझने की कोशिश की आखिर मेरे साथ क्या हो रहा है, लेकिन जहर की धीमे असर से मुझे इसका पता नहीं चला. जब मैं घूमता था तो लोग पूछते थे तुम ठीक लग रहे हो, मुझे कुछ लोगों पर शक था, लेकिन मुझे कब किसने जहर दिया. इसको लेकर मैं पुख्ता नहीं था. इस वजह से जहर देने वाले का भी पता नहीं लग सका. यह धीमा जहर सालो से मार रहा है.
कभी किसी का बुरा नहीं चाहा
पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर इमराज नजीर ने कहा कि मैंने कभी किसी का बुरा नहीं चाहा. इसके बाद भी किसी ने मेरे साथ ऐसे किया. मैंने इस दौरान भगवान से सिर्फ एक ही चीज मांगी कि मुझे कृपया मुझे बिस्तर पर मत लाइए और भगवान का शुक्र है कि ऐसा कभी नहीं हुआ. नज़ीर ने कहा कि इस बुरे वक्त में उनकी मदद शाहीद अफरीदी की. वह हर तरह से साथ ख़ड़े रहें.
शाहीद अफरीदी ने दिए 50 लाख रुपये
नजीर ने कहा कि इलाज में उनका सारा पैसा खर्च हो गया है. आखिर में एक अंतिम इलाज हुआ. इसमें शाहिद अफरीदी ने बहुत मदद की. उन्होंने मेरी जरूरत के समय मेरी मदद की. जब मैं शाहिद भाई से मिला तो मेरे पास कुछ भी नहीं बचा था. एक दिन के भीतर उन्होंने मेरा इलाज कर रहे डाॅक्टर के खाते में पैसे भेज दिए. उन्होंने कहा कि कितना भी पैसा चाहिए मैं दूंगा, मेरा भाई ठीक हो जाए. उन्होंने मेरे इलाज पर लगभग 40 से 50 लाख रुपये खर्च किए हैं. मुझे यह जानकर खुशी हुई कि उन्होंने अपने प्रबंधक से कहा था कि उसके बारे में मत पूछो. उसे जो पैसा चाहिए उसे भेजते रहो. इसका श्रेय मेरे डॉक्टर को भी जाता है, जिन्होंने कभी मुझे धोखा देने की कोशिश नहीं की.
टी20 वर्ल्ड कप 2012 के दौरान इमरान नजीर
नजीर 1999 से 2012 के बीच पाकिस्तान के लिए 8 टेस्ट मैच और 79 एक दिवसीय मैच खेल हैं. नजीर ने कहा कि उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी की बचत इलाज पर खर्च कर दी और खुलासा किया कि शाहिद अफरीदी ने समय की जरूरत में उनकी मदद की.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.