डीएनए हिंदी: भारतीय टीम ने मोहाली में श्रीलंका के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट में धमाकेदार जीत दर्ज की. भारत ने श्रीलंका को तीसरे ही दिन एक पारी और 222 रनों से करारी शिकस्त थमा दी. पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने 8 विकेट पर 574 रन बनाकर पारी घोषित की. इसके बाद बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंकाई टीम पहली पारी में 174 और दूसरी में 178 रन बनाकर धराशायी हो गई. बतौर कप्तान हिटमैन रोहित शर्मा के लिए पहली जीत बेहद खास रही. इसके साथ ही विराट के लिए यह 100वां टेस्ट था.
कप्तान के तौर पर शानदार जीत हासिल करने वाले रोहित शर्मा ने कहा, मेरे कप्तानी करियर के लिए यह एक अच्छी शुरुआत थी. मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह उस तरह का टेस्ट होगा जो तीन दिनों में खत्म हो जाएगा. स्पिनरों और तेज गेंदबाजों की मदद से यह एक अच्छा विकेट था.
कप्तान ने कहा, श्रेय हमारे गेंदबाजों को जाता है जिन्होंने एक साथ गेंदबाजी की और दबाव बनाया. हम जानते थे कि यह एक तेज आउटफील्ड है और यदि आप जमते हैं तो रन आना आसान होगा. रोहित ने आगे कहा, हम बस एक उछाल और उनके बल्लेबाजों की ओर से गलतियां करने का इंतजार कर रहे थे. यह भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छे संकेत हैं. ढेर सारे प्रदर्शन और विराट के लिए एक ऐतिहासिक टेस्ट बन गया है.
जयंत को इसलिए दिया मौका
कप्तान ने कहा, हम पहले मैच जीतना चाहते थे लेकिन इस तरह का व्यक्तिगत प्रदर्शन देखना सुखद था. जडेजा और अश्विन जैसे किसी खिलाड़ी ने भारत में काफी क्रिकेट खेला है. ढेर सारे विकेट लिए हैं लेकिन अगर वे नहीं हैं तो क्या होगा? इसलिए हम जयंत को भी मौका देना चाहते थे.
हालांकि पहले मैच में ऑलराउंडर के तौर पर फेल रहे. उन्होंने महज 2 रन बनाए और उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला. जयंत ने पहली पारी में 6 ओवर में 15 रन दिए जबकि दूसरी पारी में उन्होंने 11 ओवर में 21 रन दिए और एक भी विकेट निकालने में सफल नहीं हो सके.
उन्होंने कहा, यह टीम का फैसला था और डिक्लेरेशन पर जडेजा का फैसला था. यह दिखाता है कि वह कितने निस्वार्थ हैं. कप्तान रोहित ने 12 मार्च से चेन्नई में होने वाले अगले टेस्ट मैच पर कहा, यह भारत में तीसरा पिंक बॉल टेस्ट होगा. भारत में बाहर की बजाय अलग चुनौती हैं. देखते हैं हमें किस तरह का विकेट मिलता है.
श्रीलंका के कप्तान ने बताया कहां हुई गलती
वहीं श्रीलंका के कप्तान दिमुथ करुणारत्ने ने IND vs SL Test में करारी हार के बाद कहा, मुझे लगता है कि बल्लेबाजों को लंबे समय तक बल्लेबाजी करने की जरूरत है. हमने सोचा था कि तीसरे दिन विकेट ऊपर-नीचे होगा, इसलिए हमने तीन तेज गेंदबाजों को खिलाया. दुर्भाग्य से हम अपनी योजनाओं को अच्छी तरह से क्रियान्वित नहीं कर सके. हमारी कैल्कुलेशन गलत साबित हुई.
कभी हम बहुत रक्षात्मक थे, कभी बहुत अधिक आक्रामक. कभी-कभी हमें सिर्फ सिंगल लेने और स्ट्राइक रोटेट करने और दूसरी तरफ जाने की जरूरत होती थी. इस तरह हम बड़ी पारियां खेल सकते हैं. मुझे लगता है कि हमने खेल के पहले दो सत्रों में वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन एक बार गेंद पुरानी हो गई तो हम अच्छा नहीं कर सके. ये वे क्षेत्र हैं जिन पर हमें काम करने की जरूरत है.