डीएनए हिंदी: टोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता मीराबाई चानू ने शुक्रवार को सिंगापुर इंटरनेशनल वेटलिफ्टिंग टूर्नामेंट में विजयी वापसी की. चानू ने टूर्नामेंट में गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाकर 28 जुलाई से 8 अगस्त तक बर्मिंघम में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के लिए 55 किग्रा वर्ग में क्वालिफाई कर लिया. चानू का पिछले साल ओलंपिक पदक 49 किग्रा वर्ग में आया था.
सात महीने के बाद उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में 86 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 105 किग्रा भार उठाया. कुल 191 किग्रा वजन उठाने के बाद उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए क्वालीफाई कर लिया. ऑस्ट्रेलिया की जेसिका सेवस्तेंको ने 167 किग्रा (77+90) उठाकर रजत पदक जीता. मलेशिया की एली कास्केंड्रा एंगलबर्ट 165 किग्रा के साथ तीसरे स्थान पर रहीं.
27 वर्षीय खिलाड़ी के पास 2018 में गोल्ड कोस्ट में स्वर्ण सहित दो CWG पदक हैं जहां उन्होंने 48 किग्रा वर्ग में हिस्सा लिया था. इस बार वह 49 या 55 किग्रा वर्ग में हिस्सा ले सकती हैं. मुख्य कोच विजय शर्मा का कहना है कि वह 55 किग्रा में गोल्ड जीत सकती हैं.
सिंगापुर में पांच प्रतियोगियों में से चानू सबसे कम वजनी होते हुए भी भारी पड़ीं. उनका वजन 50.80 किलोग्राम था. 55 किग्रा डिवीजन के लिए खिलाड़ी का वजन 49.01-55 किग्रा के बीच होना आवश्यक है. इसलिए चानू को ज्यादा वजन बढ़ाने की जरूरत नहीं है.
चानू अपने स्नैच प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए काम कर रही हैं. शुक्रवार को वह तीनों लिफ्टों (81 किग्रा, 84 किग्रा, 86 किग्रा) में सहज दिखाई दीं. टोक्यो ओलंपिक में उन्होंने स्नैच में 87 किग्रा और क्लीन एंड जर्क में 115 किग्रा (कुल 202) वजन उठाकर रजत पर कब्जा जमा लिया था.
राष्ट्रमंडल खेलों के चैंपियन को हराने के लिए चानू को परफेक्ट स्नैच की जरूरत होगी. क्लीन एंड जर्क में चानू की 105 किग्रा की पहली लिफ्ट ही सोने पर मुहर लगाने के लिए काफी थी.
पुरुषों की 55 किग्रा प्रतियोगिता में भारत के संकेत सरगर ने स्वर्ण पदक जीता. उन्होंने नए राष्ट्रमंडल रिकॉर्ड के लिए स्नैच में 113 और क्लीन एंड जर्क में 143 (कुल 256) वजन उठाया. ऋषिकांत सिंह (246 - 110 किग्रा + 136) ने रजत पदक जीता.
जीत के बाद चानू ने कहा, मुझे यह परिणाम छह महीने के गहन प्रशिक्षण के बाद मिला है. नए भार वर्ग में भाग लेना मेरे लिए एक चुनौती थी और मैं राष्ट्रमंडल खेलों के लिए क्वालीफाई करके खुश हूं.