'लोग बोलते थे लड़की से बॉक्सिंग करवा रहे हो, इसकी शादी करवा दो'- Nikhat Zareen

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: May 20, 2022, 07:38 PM IST

Nikhat

Nikhat Zareen Interview: निकहत ने कहा कि इतने संघर्षों के बात जीती इसलिए जीत पर भावुक हो गई. सपना था कि ट्विटर पर ट्रेंड करूं... वो पूरा हुआ.

डीएनए हिंदी: विश्व चैम्पियन मुक्केबाज निकहत जरीन (Nikhat Zareen) भारत की लड़कियों की नई रोल मॉडल हैं. निकहत ने इस्तांबुल में विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में गुरुवार को थाईलैंड की जितपोंग जुतामास को 5-0 से हराकर फ्लाईवेट (52 किग्रा) वर्ग में स्वर्ण पदक जीता.भारत लौटने पर ज़ी मीडिया से विशेष बातचीत में निकहत ने बताया कि वो रातभर मेडल साथ लेकर सोईं. उन्होंने कहा, "मैं रात भर मेडल साथ में लेकर सोई. मेडल को छोड़ने का मन नहीं कर रहा."

निकहत ने कहा कि इतने संघर्षों के बात जीती इसलिए जीत पर भावुक हो गई. सपना था कि ट्विटर पर ट्रेंड करूं... वो पूरा हुआ. उन्होंने कहा कि फोन में जब नोटिफिकेशन देखा कि पीएम ने ट्वीट किया, इससे बड़ी बात नहीं हो सकती थी. निकहत ने बताया कि यहां तक पहुंचने में उन्हें बहुत संघर्ष का सामना करना पड़ा.

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उन्होंने बताया, "पापा को लोग आकर बोलते थे कि लड़की से बॉक्सिंग करवा रहे हो, इसकी शादी करवा दो. लेकिन पापा ने बहुत साथ दिया. जो कॉस्ट्यूम होता है बॉक्सिंग का.. उसे लेकर भी लोग ऐतराज़ करते थे."

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निकहत जरीन ने बताया कि जब वो पहली बार बॉक्सिंग के लिए स्टेडियम गईं तो वहां उनके अलावा कोई और लड़की नहीं थी. लड़कों से फाइट करनी पड़ती थी. उन्होंने बताया कि इस संघर्ष में उन्होंने बहुत मार खाई है. ऐसे में उनके पिताजी कहते थे कि आज जो लोग बोलते हैं, वही कल तेरे चैंपियन बनने पर तेरा नाम लेंगे.

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विश्व चैम्पियन ने कहा, "मैंने उन सब लोगों को अपने प्रदर्शन से जवाब दिया है. मैं आज वर्ल्ड चैंपियन बनी हूं. जिन्होंने कहा था Who is Nikhat Zareen? आज वो जानते हैं कि मैं वर्ल्ड चैंपियन हूं."

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निकहत जरीन ने लोगों को लड़कियों को आगे बढ़ने से न रोकने की अपील करते हुए कहा, "जो लोग अपने बच्चों को खेलने से मना करते हैं. समाज के दबाव में आकर रोक देते हैं, उन्हें ये सोचना चाहिए कि लड़की किसी से कम नहीं होती और मैं उसका सबसे बड़ा उदाहरण हूं. अगर मैं उनके लिए प्रेरणा बनूं तो इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता."

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