डीएनए हिंदी: दुनिया के नंबर 1 टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच की अपील रविवार को कोर्ट ने ठुकरा दी. सर्बियाई खिलाड़ी कुछ ही घंटों बाद मेलबर्न के हवाई अड्डे पहुंच गए. फेडरल एजेंट उन्हें और उनकी टीम को बिजनेस लाउंज से गेट तक ले गए जहां वह दुबई जाने वाली अमीरात की फ्लाइट से रवाना हुए.
रविवार को कोर्ट ने उनके निर्वासन के फैसले को बरकरार रखा. टेनिस खिलाड़ी ने ऑस्ट्रेलिया सरकार के देश छोड़ने के फैसले को कोर्ट में चुनौती दी थी लेकिन वह कानूनी लड़ाई हार गए.
फेडरल कोर्ट की तीन जजों की बेंच के फैसले ने जोकोविच की रिकॉर्ड 21वीं ग्रैंड स्लैम जीत दर्ज करने की उम्मीदों को अंतिम झटका दिया. जोकोविच सोमवार से शुरू होने वाले टूर्नामेंट ऑस्ट्रेलियन ओपन नहीं खेल पाएंगे.
कोर्ट के फैसले के कुछ ही देर बाद जोकोविच मेलबर्न एयरपोर्ट चले गए. रात 11 बजे से कुछ देर पहले फ्लाइट ने उड़ान भरी. दुनिया के शीर्ष खिलाड़ी को पहले 6 जनवरी को इमिग्रेशन अधिकारियों ने हिरासत में लिया था.
10 जनवरी को जीती थी कोर्ट से लड़ाई
जोकोविच को 10 जनवरी को अदालत ने रिहा करने का आदेश दिया था. उन्हें फिर शनिवार को दोबारा हिरासत में ले लिया गया. सरकार ने इसके लिए विशेष शक्तियों का प्रयोग किया. उनका वीजा रद्द करने के लिए इमिग्रेशन मंत्री एलेक्स हॉक ने विवेकाधीन शक्तियों को इस्तेमाल किया जिसके खिलाफ उन्होंने अपील की थी.
मंत्री ने कहा था कि जोकोविच सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरा हो सकते हैं क्योंकि उनकी उपस्थिति ऑस्ट्रेलिया के कोरोनावायरस प्रकोप के बीच 'टीकाकरण विरोधी' भावना को प्रोत्साहित करेगी.
इसके बाद जोकोविच ने कोर्ट में चुनौती दी. जोकोविच ने कहा कि फैसले के बाद वह बेहद निराश हैं क्योंकि वह टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले सकते. उन्होंने कहा, मैं कोर्ट के फैसले का सम्मान करता हूं और देश से जाने के संबंध में संबंधित अधिकारियों को सहयोग करूंगा.
पेश होगा तर्क
मुख्य न्यायाधीश जेम्स ऑलसॉप ने कहा कि अदालत का फैसला मंत्री के फैसले की वैधता पर आधारित था. ऑलसॉप ने कहा, निर्णय के 'गुण या ज्ञान' पर फैसला करना अदालत के कार्य का हिस्सा नहीं है. उन्होंने कहा कि तीनों न्यायाधीश अपने फैसले में एकमत थे. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में फैसले के पीछे का पूरा तर्क जारी किया जाएगा.
जोकोविच ने वैक्सीन नहीं लगवाई!
जोकोविच का वीजा पिछले कुछ दिनों से दुनियाभर में सुर्खियों में रहा है. जोकोविच ने वैक्सीन के बारे में जानकारी नहीं दी थी. अप्रैल 2020 से ही जोकोविच वैक्सीन का विरोध कर रहे थे. माना जा रहा है कि उन्होंने अब तक वैक्सीन नहीं लगवाई है. ऐसे में उन्हें ऑस्ट्रेलिया में मुश्किलों का सामना करना पड़ा. उनकी सरकार को जोकोविच के वीजा आवेदन के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा है.
सर्बियाई प्रधानमंत्री ने कही यह बात
सर्बियाई प्रधानमंत्री एना ब्रनाबिक ने रविवार को कहा, मुझे लगता है कि अदालत का फैसला निंदनीय है. मैं निराश हूं. इसने दिखाया है कि कानून का शासन कैसे काम कर रहा है. मेलबर्न में बच्चों सहित लगभग 70 जोकोविच प्रशंसकों ने अदालत के फैसले का इंतजार करते हुए फेडरल कोर्ट प्लाजा में नारे लगाए.