डीएनए हिंदी: युजवेंद्र चहल के चौंकाने वाला खुलासे के बाद इस बात पर बहस तेज हो गई है कि उन्हें बालकनी से लटकाने वाले खिलाड़ी का नाम सार्वजनिक होना चाहिए और उसे कड़ी सजा मिलनी चाहिए. वीरेंद्र सहवाग के ट्वीट के बाद शनिवार को पूर्व कोच रवि शास्त्री ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि यदि घटना में शामिल खिलाड़ी नशे की स्थिति में था तो यह एक बड़ी चिंता की बात है. शास्त्री ने कहा कि इस अपराध के लिए उस खिलाड़ी पर आजीवन प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए.
गलतियों की संभावना बनती है
Ravi Shastri ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो के 'टी20 टाइम आउट' पर कहा, कोई हंसी की बात नहीं है. मुझे नहीं पता कि इसमें शामिल व्यक्ति कौन है, वह होश में नहीं था. अगर ऐसा है तो यह एक बड़ी चिंता है. किसी की जान जोखिम में है, कुछ लोग सोच सकते हैं यह मजाकिया है लेकिन मेरे लिए यह बिल्कुल भी मजाकिया नहीं है. जब आप नशे से धुत स्थिति में होते हैं तो ऐसा कुछ करने की कोशिश करते हैं. ऐसे में गलतियों की संभावना है ज्यादा होती है. यह बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है.
तुरंत रिपोर्ट करना जरूरी
शास्त्री ने कहा, मैं पहली बार इस तरह की बात सुन रहा हूं. यह बिल्कुल भी हंसने का विषय नहीं है. अगर आज ऐसी कोई घटना होती है तो उसमें शामिल व्यक्ति पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया जाता है. साथ ही उस व्यक्ति को रीहैबिलिटेशन सेंटर भेज दिया जाता है. आजीवन प्रतिबंध लगने के बाद उन्हें एहसास होगा कि यह कितना मजेदार है.
शास्त्री ने यह भी कहा कि खिलाड़ियों के लिए इस तरह की घटनाओं की तुरंत रिपोर्ट करना जरूरी है और किसी को दुर्भाग्यपूर्ण घटना होने की प्रतीक्षा करने की आवश्यकता नहीं है. आप नहीं चाहते कि आपके लिए एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना जाग जाए, अगर ऐसा कुछ होता है तो आपको आगे बढ़ना होगा और संबंधित लोगों को बताना होगा. जैसे कि भ्रष्टाचार विरोधी इकाई को मैच फिक्सिंग की बात बताना आपका काम है. आप अधिकारियों से संपर्क करें और उन्हें इसकी शिकायत करें.
चहल के साथ क्या हुआ था?
राजस्थान रॉयल्स टीम के साथी रविचंद्रन अश्विन और करुण नायर से बात करते हुए चहल ने 2013 का किस्सा सुनाते हुए कहा था कि बेंगलुरु में एक खिलाड़ी ने उन्हें 15 फीट की बालकनी से नीचे लटका दिया था. उसने काफी ज्यादा शराब पी रखी थी. यदि मैंने उसे पकड़ा नहीं होता तो नीचे गिर जाता.
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