डीएनए हिंदी: विराट कोहली का कप्तानी विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. कोहली टेस्ट कप्तानी से इस्तीफा दे चुके हैं और साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे में एक खिलाड़ी के तौर पर हिस्सा ले रहे हैं.
इस बीच खबर है कि बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद कोहली को कारण बताओ नोटिस जारी करना चाहते थे. हालांकि बीसीसीआई सचिव जय शाह ने इस मामले में हस्तक्षेप किया तब कहीं जाकर यह मामला थमा.
उल्लेखनीय है कि मीडिया ने जब सौरव गांगुली से विराट कोहली की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बारे में सवाल किया तो उन्होंने यह कहकर टाल दिया कि 'हम इस मामले को देखेंगे, इसपर उचित निर्णय लिया जाएगा.'
इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक, इस बयान के बाद गांगुली विराट पर कार्रवाई करना चाहते थे. दिसंबर में दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले पूर्व कप्तान की प्रेस कॉन्फ्रेंस ने कई लोगों को चौंका दिया था. उन्होंने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली के कप्तानी को लेकर दिए गए बयान का खंडन कर दिया था. विराट ने इस बात को झुठला दिया था कि गांगुली ने उन्हें टी 20 के कप्तान के रूप में पद नहीं छोड़ने का आग्रह किया था.
कोहली ने कर दिया था खारिज
कोहली ने कहा था कि इस बारे में उनकी गांगुली से कोई बात नहीं हुई. इसके बाद मामला गर्मा गया. विराट के बाद जब मुख्य चयनकर्ता चेतन शर्मा से प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि विराट से कप्तानी मामले पर उन्होंने खुद बात की थी. उन्होंने यह भी कहा कि बैठक में सभी सदस्यों ने विराट कोहली से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए कहा था. यहां तक कि उन्होंने कोहली और नवनियुक्त सफेद गेंद के कप्तान रोहित शर्मा के बीच अनबन की किसी भी रिपोर्ट को खारिज कर दिया.
कोहली ने हाल ही में तीन मैचों की श्रृंखला में दक्षिण अफ्रीका से भारत की हार के बाद टेस्ट कप्तानी से भी इस्तीफा दे दिया था. वह सात साल बाद सभी प्रारूपों में केवल एक खिलाड़ी के रूप में भारत के लिए खेलेंगे.