डीएनए हिंदी: अंडर 19 वर्ल्ड कप की शुरुआत शुक्रवार से हुई. पहला मुकाबला वेस्ट इंडीज और ऑस्ट्रेलिया जबकि दूसरा मुकाबला श्रीलंका और स्कॉटलैंड के बीच खेला गया. अंडर 19 वर्ल्ड कप में यूं तो कई रिकॉर्ड बने हैं लेकिन कई रिकॉर्ड ऐसे हैं जिन्हें आजतक कोई नहीं तोड़ पाया.
एक ऐसा ही रिकॉर्ड है इंग्लैंड के व्हाइट बॉल कप्तान इयोन मॉर्गन (Eoin Morgan) का. मॉर्गन अंडर 19 वर्ल्ड कप के तहत अब तक सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं. अंडर 19 वर्ल्ड कप के तहत आयरलैंड की टीम की ओर से खेलते हुए मॉर्गन ने 13 मैचों में 606 रन जड़े हैं.
2004 से 2006 के बीच उन्होंने 2 वर्ल्ड कप खेले और 13 मैचों की 13 ईनिंग्स में 50 से ज्यादा औसत से बल्लेबाजी की. इस दौरान उन्होंने 2 शतक और 3 अर्धशतक जड़े. फरवरी 2006 में खेले गए अंडर 19 वर्ल्ड कप में मॉर्गन ने 6 मैचों की 6 ईनिंग में 67 से ज्यादा की औसत से 338 रन बनाए. वह सबसे ज्यादा रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज रहे.
बाबर आजम दूसरे स्थान पर
पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम इस मामले में दूसरे स्थान पर हैं. बाबर ने 2010 से 2012 के दौरान 12 मैचों की 12 ईनिंग में 585 रन बनाए हैं. उनका औसत 58 से ज्यादा का रहा. तीसरे स्थान पर भारतीय बल्लेबाज सरफराज खान का नाम शामिल है. सरफराज ने 2014 से 2016 के दौरान 70 से ज्यादा की औसत से 566 रन जड़े हैं.
16 की उम्र में डेब्यू
मॉर्गन ने 16 साल की उम्र में आयरलैंड टीम में पदार्पण किया. स्कॉटलैंड के खिलाफ उन्होंने डेब्यू मैच में 99 रन बनाए. जल्द ही उन्हें मिडलसेक्स द्वारा साइन कर लिया गया. सीमित ओवर्स के क्रिकेट में उनके शानदार प्रदर्शन को देखने के बाद इंग्लैंड क्रिकेट में एंट्री तय हो गई. इयोन मोर्गन 2015 विश्व कप से दो महीने से भी कम समय में विशेष परिस्थितियों में इंग्लैंड के एकदिवसीय कप्तान बनाए गए थे. हालांकि टीम में उन्होंने अपनी प्रतिभा साबित की और टीम को 2019 में वर्ल्ड कप दिलाने में कामयाब रहे.
कब शुरू हुआ अंडर 19 वर्ल्ड कप?
U19 क्रिकेट विश्व कप का उद्घाटन संस्करण 1988 में 'युवा विश्व कप' के रूप में खेला गया था. इसे ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड के तत्कालीन महाप्रबंधक ग्राहम हल्बिश द्वारा तैयार किया गया था. टूर्नामेंट में आठ टीमों भारत, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, श्रीलंका और वेस्टइंडीज के साथ-साथ आईसीसी एसोसिएट्स पक्ष शामिल था. एसोसिएट्स पक्ष में जिम्बाब्वे के चार खिलाड़ी और बरमूडा, बांग्लादेश, डेनमार्क, कनाडा और नीदरलैंड के दो-दो खिलाड़ी शामिल थे.
भारतीय टीम में नयन मोंगिया और प्रवीण आमरे शामिल थे जबकि वेंकटपति राजू और नरेंद्र हिरवानी भी इसमें शामिल रहे. इस टूर्नामेंट में भाग लेने वाले अन्य भविष्य के कप्तानों में नासिर हुसैन और माइकल एथरटन, पाकिस्तान के इंजमाम-उल-हक और वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा और रिडले जैकब्स शामिल रहे.
टूर्नामेंट एकल लीग प्रारूप में आयोजित किया गया था. ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान ने इसके फाइनल में प्रवेश किया. ऑस्ट्रेलिया ने इसका फाइनल जीता. ब्रेट विलियम्स सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी थे, जबकि मुश्ताक अहमद (19 विकेट) सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज थे. भारत सात मैचों में से तीन जीत के साथ पांचवें स्थान पर रहा.