Vinesh Phogat Disqualified: विनेश फोगाट ने जान के खतरे के बावजूद मेडल के लिए घटाया था वजन, लेकिन...

Written By कुलदीप पंवार | Updated: Aug 07, 2024, 01:53 PM IST

Vinesh Phogat Disqualified: विनेश फोगाट मंगलवार रात को ओलंपिक कुश्ती के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनी थीं तो पूरे देश में खुशी की लहर छा गई थी. उनके डिस्क्वालिफाई होने की खबर से हर तरफ मातम का माहौल है.

Vinesh Phogat Disqualified: देश के लिए कुश्ती का पहला स्वर्ण पदक जीतने की उम्मीदों को करारा झटका लग गया है. पेरिस ओलंपिक (Paris Olympics 2024) में जोरदार तरीके से खेल रहीं भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट बुधवार को डिस्क्वालिफाई घोषित कर दी गई हैं. विनेश ने सेमीफाइनल में 5-0 से क्यूबाई पहलवान को हराकर ओलंपिक कुश्ती फाइनल में जगह बनाई थी. ऐसा करने वाली वे देश की पहली महिला पहलवान बनी थी और फाइनल में भी उनका जीतना तय ही माना जा रहा था. ऐसे में जहां भारतीय खेल प्रेमी बुधवार रात को जश्न मनाने के लिए मिठाई-पटाखे जमा कर रहे थे, लेकिन पेरिस से आई खबर ने सभी का दिल तोड़ दिया. 

यह इसलिए भी दिल तोड़ने वाला फैसला है, क्योंकि इस पायदान तक पहुंचने के लिए विनेश ने केवल कुश्ती मैट पर नए दांव सीखने में ही मेहनत नहीं की थी बल्कि उन्होंने मैदान के बाहर भी उन्हें ओलंपिक की 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कुश्ती में खुद को शामिल रखने के लिए अपने स्वास्थ्य को ताक पर रखकर मेहनत करनी पड़ रही थी. विनेश ने जब पिछले साल अपने पारंपरिक 53 किलोग्राम वजन वर्ग को छोड़कर 50 किलोग्राम वजन वर्ग में लड़ने का फैसला किया था, तभी उन्हें डॉक्टर ने उन्हें इतनी तेजी से वजन घटाने के खतरों को लेकर चेतावनी दी थी. उन्हें कहा गया था कि ऐसा करने पर उनकी जान को भी खतरा हो सकता है, लेकिन विनेश ने ओलंपिक पदक जीतने के सपने के लिए जान भी दांव पर लगा दी थी. अब इस त्याग का फल आने का वक्त था, लेकिन महज 100 ग्राम वजन ज्यादा निकलने के कारण उनका ही नहीं पूरे भारत का दिल टूट गया.


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दो किलोग्राम ज्यादा था वजन, पूरी रात जागकर घटाती रहीं

मंगलवार की रात में जब विनेश के फाइनल में पहुंचने का जश्न पूरे भारत में मन रहा था, उस समय हजारों किलोमीटर दूर पेरिस में विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) सेमीफाइनल की जीत को भूलकर एक अलग ही परीक्षा से जूझ रही थीं. यह परीक्षा थी अपने वजन को 50 किलोग्राम के दायरे में ही बनाए रखने की. Indian Express ने सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट दी है कि मंगलवार रात में सेमीफाइनल मुकाबले के बाद जब विनेश का वजन मापा गया तो यह करीब 2 किलोग्राम ज्यादा था. टूर्नामेंट के नियमों के मुताबिक, पहलवान का वजन कॉम्पिटिशन के दोनों दिन उनके वजन वर्ग के दायरे में रहना चाहिए. मंगलवार रात में बढ़े हुए वजन को घटाने के लिए विनेश सोई नहीं. उन्होंने साइक्लिंग, जॉगिंग और स्कीपिंग समेत वो सारी कवायद की, जो वजन को 50 किलोग्राम के दायरे में लाने के लिए की जा सकती थीं. इसके बावजूद विनेश का वजन बुधवार सुबह महज 100 ग्राम ज्यादा रह गया और इसी कारण उन्हें डिस्क्वालिफाई कर दिया गया.  


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डॉक्टर ने दी थी वजन घटाने पर गंभीर बीमारियों की चेतावनी

विनेश फोगाट का पिछले साल और इस साल की शुरुआत में सारा समय जंतर-मंतर पर खराब हो गया था, जहां उन्होंने अन्य पहलवानों के साथ ब्रज भूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था. इसका असर उनकी प्रैक्टिस पर भी हुआ था. इसके चलते विनेश ने अचानक अपना वजन घटाकर 53 किलोग्राम के बजाय 50 किलोग्राम वर्ग में खेलने का फैसला लिया था. यह आसान फैसला नहीं था, क्योंकि विनेश का औसतन वज 56 किलोग्राम रहता है और खिलाड़ी होने के कारण उनके शरीर में हाई मसल्स मास (High Muscle Mass) था. यह वजन पिछले साल अगस्त में घुटने की चोट के ऑपरेशन के कारण बढ़कर 59 किलोग्राम पहुंच गया था. साथ ही कोविड-19 (Covid-19) की चपेट में आने के कारण भी शरीर कमजोर था. ऐसे में उन्हें अचानक 9 किलोग्राम वजन कम करने के फैसले के खिलाफ डॉक्टरों ने चेतावनी दी. डॉक्टरों ने इसके चलते उनके कमजोर होने, चोट लगने और गंभीर बीमारियों की चपेट में आने के साथ ही जान जाने तक का खतरा भी होने की चेतावनी दी. इसके बावजूद विनेश ने रात-दिन की मेहनत की और अपना वजन 50 किलोग्राम के दायरे में लाकर दिखा दिया. हालांकि इसके चलते उन्हें परेशानी भी उठानी पड़ी.


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ओलंपिक क्वालिफायर में भी हुई थी वजन बढ़ने की दिक्कत

विनेश फोगाट ने ओलंपिक ट्रायल्स के दौरान एक के बजाय 2 वजन वर्ग में लड़ने का फैसला लिया था ताकि वह हर हाल में पेरिस का टिकट कटवा सकें. वजन घटाने के बावजूद उन्होंने पहले 53 किलोग्राम कैटेगरी में भाग लिया और वहां हार मिलने पर 50 किलोग्राम कैटेगरी में जगह बनाकर ओलंपिक जाना पक्का कर लिया. यह काम उन्होंने पहले पहलवानों के प्रदर्शन में भाग लेने के बावजूद किया था. लेकिन चैलेंज इसके बाद वजन को 50 किलोग्राम के दायरे में बनाए रखना था. ओलंपिक क्वालिफायर के दौरान भी उनका वजन मंगलवार रात की तरह ही बढ़ गया था. वहां भी उन्होंने पूरी रात मेहनत करते हुए वजन को 50 किग्रा के दायरे में बनाए रखने में सफलता हासिल की थी. यह काम पेरिस में भी करने की कोशिश की गई, लेकिन उनकी मेहनत पर आखिर में 100 ग्राम वजन ने पानी फेर दिया. 

(With PTI inputs)