Virat Kohli के मुरीद हुए सौरव गांगुली, 100वें टेस्ट से पहले की यह भविष्यवाणी 

Written By पुष्पेंद्र शर्मा | Updated: Mar 02, 2022, 07:10 PM IST

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Sourav Ganguly इन दिनों लंदन में पारिवारिक छुट्टी पर हैं.

डीएनए हिंदी: भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली श्रीलंका के खिलाफ मोहाली में शुक्रवार को अपना 100वां टेस्ट खेलेंगे. वह इस टेस्ट के साथ 100 या अधिक टेस्ट मैच खेलने वाले 11 भारतीय क्रिकेटरों के समूह में शामिल होंगे. इस लिस्ट में बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली का भी नाम है. पिछले कुछ समय से बीसीसीआई और विराट कोहली के रिश्तों में खटास सामने आई है लेकिन अब गांगुली ने विराट कोहली की जमकर तारीफ की है. 

गांगुली इन दिनों लंदन में पारिवारिक छुट्टी पर हैं. वह कोहली का 100-टेस्ट क्लब में स्वागत करके खुश हैं और उन्होंने मोहाली में व्यक्तिगत रूप से "विराट का 100 वां टेस्ट मैच देखने" का वादा किया है. 

गांगुली ने कोहली की तारीफ में कहा, शुरुआत में आपको इस स्तर पर पहुंचने के लिए एक बहुत अच्छा खिलाड़ी होने की जरूरत है. भारतीय क्रिकेट में बहुत कम लोगों ने 100 टेस्ट मैच खेले हैं. यह एक शानदार मील का पत्थर है. विराट एक महान खिलाड़ी हैं और इसके हर हिस्से के हकदार हैं. 

कोहली ने जब 2008 में सीमित ओवरों के लिए क्रिकेट की शुरुआत की उसी वर्ष गांगुली ने टेस्ट से संन्यास ले लिया था. तब तक गांगुली सीमित ओवरों का क्रिकेट खेल चुके थे और कोहली का टेस्ट डेब्यू तीन साल बाद हुआ. गांगुली ने कहा, मैंने उनके साथ क्रिकेट नहीं खेला है लेकिन मैंने हमेशा उनके खेल को फॉलो किया है. उनका करियर कब से शुरू हुआ और कैसे कुछ सालों के बाद एक अलग मोड़ ले लिया. यह अब महानता की ओर चला गया है. 

सचिन की जगह ली 
विराट कोहली को सचिन तेंदुलकर की जगह देखा गया और कोहली वह व्यक्ति थे जो मुंबई में तेंदुलकर के अंतिम टेस्ट में आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने के लिए आगे आए थे. तब से कोहली ने भारत के नंबर 4 बल्लेबाज होने का पद संभाला हुआ है. 

गांगुली ने कहा, जब आप इस स्तर पर खेलते हैं तो उम्मीदें हमेशा बनी रहती हैं. मैं विभिन्न पीढ़ियों की तुलना नहीं करता लेकिन उन्होंने जिस भी नंबर पर बल्लेबाजी की है चाहे वह टेस्ट मैचों में नंबर 4 हो या सीमित ओवरों के क्रिकेट में नंबर 3 पर, उन्होंने शानदार बल्लेबाजी की है. 

उन्होंने कहा, उनकी तकनीक, सकारात्मकता, उनका फुटवर्क और संतुलन... मुझे वह सब पसंद है. सबसे बढ़कर जिस तरह से विराट ने 2014 के बाद इंग्लैंड में अपने खेल को बदल दिया. जब वह संघर्ष कर रहे थे तब उन्होंने अपने खेल में बदलाव कर दुनिया को चकित कर दिया. 

मैंने वह टेस्ट सीरीज इसलिए देखी क्योंकि मैं वहां कमेंटेटर के तौर पर काम कर रहा था और उसके बाद उन्होंने पांच साल उल्लेखनीय काम किया. अमूमन ऐसा ही होता है. मैंने देखा है कि 2002 से 2005 के बीच राहुल द्रविड़ के साथ भी ऐसा हो रहा था. आप महान खिलाड़ियों को इन चरणों में देखते हैं जहां वे अपने चरम पर हैं. सचिन के पास ऐसे कई अवसर थे. 

वह वापसी करेंगे
खास बात यह भी है कि मोहाली टेस्ट मैच कोहली का सात साल बाद केवल एक खिलाड़ी के रूप में पहला टेस्ट होगा. गांगुली ने कहा, वह वापस आएंगे और शतक बनाएंगे. मैं जानता हूं कि उन्होंने दो साल से अधिक समय तक शतक नहीं बनाया लेकिन वह इतने अच्छे खिलाड़ी हैं कि लगातार इससे नहीं गुजरते. वह इस दौर से भी आगे निकल जाएंगे. वह जानते हैं कि शतक कैसे बनाया जाता है. देखना दिलचस्प होगा कि विराट कोहली अपने 100वें टेस्ट में दो साल का सूखा खत्म कर शतक बनाने में कामयाब होते हैं या नहीं.