डीएनए हिंदी: अंडर 19 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम कप्तान यश ढुल के नेतृत्व में फाइनल तक का सफर तय करने में कामयाब रही है. फाइनल में भारत का मुकाबला इंग्लैंड से चल रहा है. यश ढुल अंडर 19 वर्ल्ड कप में विराट कोहली और उन्मुक्त चंद के बाद शतक बनाने वाले तीसरे भारतीय कप्तान हैं. 110 रन की उनकी शानदार पारी की बदौलत भारतीय टीम ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को शिकस्त दी थी. इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल से पहले DNA ने यश ढुल के कोच प्रदीप कोचर से खास बातचीत की.
एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में पूर्व भारतीय क्रिकेटर प्रदीप कोचर ने कई बातों का खुलासा किया है. उन्होंने दिल्ली के भारती कॉलेज की एयरलाइनर एकेडमी में ढुल को कोचिंग दी है. वर्ल्ड कप में शानदार शतक के बाद कोचर का कहना है कि यश ढुल भारत के अगले एमएस धोनी हो सकते हैं.
उन्होंने यश ढुल के एमएस धोनी और विराट कोहली से समानता के बारे में बात की. प्रदीप कोचर ने कहा, उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में विराट कोहली की तरह ही शॉट खेला था. कवर से उनका पंच शॉट विराट कोहली जैसा था. उनके पास कुछ अद्भुत स्ट्रोक हैं. वह शॉर्ट गेंद को अच्छी तरह से उठाता है वह गेंद को मैदान के सभी हिस्सों में स्ट्रोक कर सकता है.
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एमएस धोनी की झलक
जब उनसे पूछा गया कि एक कप्तान के रूप में वह Yash Dhull को किस तरह आंकते हैं? तो उन्होंने कहा कि मैं उनमें एमएस धोनी की झलक देखता हूं. एक कप्तान के रूप में मुझे उसमें एमएस धोनी का कुछ हिस्सा दिखाई देता है.
वह मैदान पर आक्रामक नहीं है. वह खुद को शांत रखता है. उसका शांत स्वभाव फील्ड प्लेसमेंट में सबसे अच्छा देखा जा सकता है. वह खुद एक अच्छा फील्डर है. वह मैच की स्थिति के अनुसार योजना बनाता है. साउथ अफ्रीका के खिलाफ वह खुद फील्डिंग के लिए पीछे चला गया. उसने तब तीन कैच पकड़े. वह मेंटली बहुत स्ट्रॉन्ग है लेकिन शांत है.
उसे भविष्य में एक अच्छे लीडर के रूप में तैयार किया जा सकता है.
गर्व महसूस कर रहा हूं
उन्होंने कहा कि ढुल के अंडर-19 टीम के लिए चयनित होना उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि है. उन्हें 2021 अंडर -19 एशिया कप के लिए टीम का कप्तान बनाया गया भारत ने वह टूर्नामेंट जीता. फिर विश्व कप के लिए अंडर -19 टीम की जिम्मेदारी दी गई. मैं बहुत गर्व महसूस कर रहा हूं.
बचपन से ही होनहार
कोच ने कहा कि यश बचपन से ही होनहार था. जब वह मेरे पास आया तब 10 या 11 साल का था. एक दिन मैंने उसे नेट्स में बल्लेबाजी करते देखा, वह गेंद को अच्छी तरह से खेल रहा था और फिट लग रहा था. उसके बाद मैंने उसे प्रमोट किया और अपने ग्रुप में लाया. उसने मुझे कभी निराश नहीं किया. वह नियमित और समय का पाबंद रहा.
कोचर ने कहा, यश ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मैच के दौरान शानदार बल्लेबाजी कौशल का प्रदर्शन किया. शेख रशीद ने भी अच्छी बल्लेबाजी की लेकिन यश की बल्लेबाजी अलग और बेहतर थी. कोच ने कहा, टीम इंडिया को सकारात्मक इरादे से खेलना चाहिए. एक टीम की तरह खेलें. अंडर-19 विश्व कप फाइनल में भारत का प्रतिनिधित्व करना गर्व की बात है.
उन्होंने कहा, 16 बच्चे फाइनल जैसे मंच पर खेल रहे हैं यह एक सपने के पूरा होने की तरह है. 16 में से 12 बच्चे पहली बार बाहर गए हैं यह बहुत बड़ी बात है.