Agnipath Scheme: हरियाणा में भी बढ़ा बवाल, पलवल में इंटरनेट सेवा बंद

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Jun 16, 2022, 07:02 PM IST

हरियाणा में बवाल

अग्निपथ योजना क्या है: 'अग्निपथ योजना' के तहत सिर्फ़ चार साल आर्मी में सेवा का मौका दिए जाने को लेकर युवाओं में भीषण गुस्सा देखा जा सकता है.

डीएनए हिंदी: केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर बिहार के बाद अब हरियाणा में भी विरोध बढ़ता ही जा रहा है. अब हरियाणा के पलवल में प्रदर्शनकारियों ने डीसी के घर पर पत्थरबाजी की है. प्रदर्शनकारियों के पत्थर फेंकने की वजह से कई पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं और पुलिस के कई वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं. पुलिस को इन प्रदर्शनकारियों को भगाने करने के लिए हवाई फायरिंग का सहारा लेना पड़ा है. बढ़ते बवाल को देखते हुए शहर में इंटरनेट सेवा रोक दी गई है. इससे पहले पलवल में अग्निपथ योजना को लेकर प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने जिला उपायुक्त के निवास पर गारद रूम को आग के हवाले किया. गारद रूम में  से पुलिस कर्मियों ने भागकर अपनी जान बचाई.

रोहतक में युवक ने किया सुसाइड
अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) के विरोध में गुरुवार को हरियाणा के रोहतक में एक 23 साल के लड़के ने युवा ने आत्महत्या कर ली. सचिन जींद के लजवाना के रहने वाला था. सचिन के परिवार के लोगों ने बताया कि उसने  कोरोना से पहले सेना भर्ती में फिजिकल और मेडिकल क्लियर कर लिया था. उसे इंटरव्यू का इंतजार था. हालांकि सचिन के पिता ने कहा कि वो अपने बेटे की मौत के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं मानते. सचिन के पिता ने कहा कि उनके बेटे का काल आ गया था.

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दिल्ली में स्टेशन पर प्रदर्शन
केंद्र की 'अग्निपथ' योजना के विरोध में बाहरी दिल्ली के नांगलोई रेलवे स्टेशन पर एक दर्जन से अधिक सेना में भर्ती के आकांक्षी युवाओं ने पटरियों पर लेटकर रेल का मार्ग अवरुद्ध किया. पुलिस के मुताबिक रेलवे भर्ती परीक्षाओं में देरी और अग्निपथ योजना के विरोध में सुबह करीब नौ बजकर 45 मिनट पर नांगलोई रेलवे स्टेशन पर करीब 15-20 लोग जमा हुए. पुलिस ने कहा कि उन्होंने एक ट्रेन को रोका जो हरियाणा के जींद से पुरानी दिल्ली के लिए जा रही थी. उन्होंने बताया कि पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची जहां जीआरपी के कर्मचारी भी मौजूद थे और अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से शांतिपूर्वक रेलवे ट्रैक खाली करने को कहा.

पुलिस उपायुक्त (बाहरी) समीर शर्मा के अनुसार, "प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उन्होंने दो- तीन साल पहले सरकारी नौकरियों के लिए आवेदन किया था, लेकिन भर्ती के लिए परीक्षाएं अभी तक आयोजित नहीं की गई हैं और उन्होंने अब न्यूनतम पात्रता उम्र पार कर ली है." अधिकारी ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और सभी छात्रों को रेलवे ट्रैक से हटा लिया गया है.

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