MP: इंदौर में एक कंपनी के 7 कर्मचारियों ने खाया ज़हर, खुदकुशी के मामले में तीसरे नंबर पर है मध्य प्रदेश

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Sep 01, 2022, 04:45 PM IST

कर्मचारियों को 7 महीने से वेतन नहीं मिला था और फिर उन्हें मालिक नौकरी से निकालकर दूसरी कंपनी में भेजने का आदेश दिया था जिसके चलते ये सभी लोग डिप्रेशन में थे.

डीएनए हिंदी: देश में जिस तरह से बेरोजगारी बढ़ रही है कुछ उसी तरह से खुदकुशी की दर में भी इजाफा हो रहा है. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर में इसका एक उदाहरण देखने को मिला है जहां एक ही कंपनी के 7 लोगों ने जहर खाकर खुदकुशी करने की कोशिश की. उन्हें कंपनी ने नौकरी से निकाल दिया था जिसके बाद से ही वे लोग डिप्रेशन में चले गए थे.

दरअसल, यह मामला इंदौर के परदेशीपुरा थानाक्षेत्र का है जहां अजमेरा वायर कंपनी के कर्मचारियों ने यह कदम उठाया है.  इस कंपनी में 15 से 20 लोग काम करते हैं और कंपनी माड्यूलर किचन का काम करती है. अचानक ही कंपनी ने 7 लोगों को काम से निकाल दिया जिसके बाद ये सभी लोग डिप्रेशन में चले गए थे. 

अब दिल्ली में दुमका जैसी घटना, एकतरफा इश्क में नाबालिग को अली नाम के शख्स ने मारी गोली

20 सालों से कर रहे थे कंपनी में काम

इन कर्मचारियों की बात करें तो इनके नाम जमनाधार विश्वकर्मा, दीपक सिंह, राजेश मेमियोरिया, देवीलाल करेडिया, रवि करेड़िया, जितेंद्र धमनिया और शेखर वर्मा है. जानकारी के मुताबिक इनको अचानक से ये कहकर कम्पनी से निकाल दिया कि अब कंपनी में आपके लिए कोई काम नहीं है. सातों कर्मचारी पिछले 20 सालों से इसी कंपनी में काम कर रहे थे लेकिन अब कंपनी ने अचानक ही झटका दे दिया है. 

ये सभी लोग अचनाक आज सुबह कंपनी के गेट के पास पहुंचे और फिर वहीं पर जहर खा लिया. इस दौरान साथी कर्मचारियों ने इन्हें एमवाय अस्पताल पहुंचा दिया था. इस मामले में  पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंच गया. बड़ी राहत की बात यह रही कि सभी को सही समय पर अस्पताल पहुंचा दिया गया था जिसके चलते वे सभी खतरे से बाहर हैं. 

शिवपाल ने खाई अखिलेश की साइकिल पंचर करने की कसम! यादवों के इस नेता के साथ बना रहे बड़ा प्लान

7 महीने से नहीं मिला था वेतन

जानकारी के मुताबिक काम बंद होने के चलते कर्मचारियों को 7 महीने से कोई सैलरी नहीं मिली थी और इसके बाद कंपनी के मालिक ने सातों कर्मचारियों को बाणगंगा स्थित उनकी दूसरी फैक्ट्री में काम करने के लिए शिफ्ट कर दिया था.  कंपनी के इस कदम से कर्मचारी खासे नाराज और  परेशान हो गए थे और इसके चलते उन्होंने खुदकुशी जैसा खौफनाक कदम उठा लिया.

खुदकुशी के मामले में तीसरे नंबर पर मध्य प्रदेश

हाल ही में NCRB ने साल 2021 में हुए अपराधों की रिपोर्ट पेश की थी जिसके मुताबिक मध्य प्रदेश खुदकुशी के मामले में तीसरे नंबर पर आता है. NCRB के अनुसार साल 2021 में महाराष्ट्र में 22,207 आत्महत्या की घटनाएं सामने आईं. इसके बाद तमिलनाडु में 18,925 आत्महत्याएं, मध्य प्रदेश में 14,965 आत्महत्याएं आईं थीं.

Bhupendra Chaudhary के बाद योगी कैबिनेट से 5 मंत्री और दे सकते हैं इस्तीफा, ये बड़ी वजह आई सामने

देश में बढ़ी खुदकुशी की घटनाएं

ऐसा नहीं है कि इन तीन राज्यों में ही खुदकुशी के आंकड़ें बढ़े हैं बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर खुदकुशी के मामलों में साल 2020 की तुलना में साल 2021 में 6.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. साल 2020 में राष्ट्रीय स्तर पर खुदकुशी करने वालों की संख्या 1,53,052 थी. वहीं 2021 में यह संख्या 1,64,033  हो गई हैं जो कि देश के लिए एक चिंताजनक स्थिति है.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर. 

Madhya Pradesh NCRB Data Suicide