डीएनए हिंदी: राजस्थान के उदयपुर (Udaipur) में कन्हैलाल की हत्या को लेकर लोगों में भारी आक्रोश है. लोग हत्यारों को फांसी सजा देने की मांग कर रहे हैं. इसी के मद्देनजर गुरुवार को उदयपुर में सर्व समाज की ओर से मौन जुलूस निकाला गया. इस दौरान कुछ लोगों ने जुलूस पर पत्थर फेंके. हालांकि पुलिस ने लाठीचार्ज कर उन्हें खदेड़ दिया. पथराव किस पर किया गया पुलिस फिलहाल यह जानकारी नहीं दे रही है.
जानकारी के मुताबिक, यह जुलूस उदयपुर के टॉउन हॉल से कलेक्ट्रेट तक निकाला गया. यहां से लौटते समय दिल्लीगेट चौराहे के पास कुछ लोगों ने अचानक पथराव कर दिया. इस दौरान पुलिस वहां मौजूद थी, जिसके बाद पथराव करने वालों को लाठीचार्ज कर खदेड़ दिया गया.पुलिस ने फिलहाल यह जानकारी नहीं दी है कि पथराव करने वाले कौन थे.
ये भी पढ़ें- Udaipur Murder Case: कौन था कन्हैया लाल, क्यों मारा गया, पढ़ें उदयपुर हत्याकांड की पूरी डिटेल
कलेक्ट्रेट तक निकाली गई मौन रैली
बता दें कि उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की हत्या के विरोध में सर्व हिन्दू समाज की ओर से निकाली गई रैली में हजारों लोग शामिल हुए. दर्जी कन्हैयालाल की दो लोगों ने मंगलवार को हत्या कर दी थी. आयोजकों ने शांतिपूर्ण तरीके से ‘मौन रैली’ निकालने की अपील की थी, लेकिन कलेक्ट्रेट पर रैली के समापन के समय हिन्दू धर्म के समर्थन में नारे लगाये गए
रैली में नजर आए भगवा झंडे
उदयपुर में मौजूद अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) दिनेश ने बताया कि रैली के लिए अनुमति प्रदान की गई थी और रैली के रास्ते पर कर्फ्यू में ढील दी गई. संतों का एक समूह कलेक्ट्रर कार्यालय पहुंचा और उन्होंने राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा जिसमें दर्जी की हत्या के दोषियों को मौत की सजा, राज्यभर में सभी असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई और मदरसों की भूमिका की जांच की मांग की गई है. रैली में कुछ लोग भगवा झंडे लिए भी नजर आए.
यह भी पढ़ें- Nupur Sharma का कुछ पता नहीं, दिल्ली पुलिस नहीं कर रही सहयोग: मुंबई पुलिस
कन्हैयालाल की दो युवकों कर दी थी हत्या
गौरतलब है कि दर्जी कन्हैयालाल की दो मुस्लिम युवकों ने कथित तौर पर चाकू से हमला कर हत्या कर दी थी और उन्होंने इस नृशंस हत्या का वीडियो बाद में सोशल मीडिया पर डाला था. दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. मामले की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) कर रहा है और राजस्थान पुलिस का आतंकवाद रोधी दस्ता (एटीएस) जांच में मदद कर रहा है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.