डीएनए हिंदी: भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश चुनाव प्रचार के दौरान कानून व्यवस्था को लेकर समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा है. भाजपा नेताओं के निशाने पर खासतौर पर मुख्तार अंसारी जैसे नेता रहे हैं. अब मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी भी विवादों में घिर गए हैं.
दरअसल अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) ने घोसी में चुनाव प्रचार के दौरान मंच से अधिकारियों को धमकी देते हुए सरकार बनते ही 'हिसाब-किताब' की बात कही.
पढ़ें- Owaisi को भविष्य का विकल्प मानते हैं पूर्वांचल के मुसलमान! इसबार है यह प्राथमिकता
अब्बास अंसारी ने कहा, "समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय अखिलेश यादव जी से यह कह कर आया हूं कि 6 महीने तक किसी की ट्रांसफर पोस्टिंग नहीं होगी भैया. जो यहां है, वो यहां ही रहेगा. पहले हिसाब-किताब होगा उसके बाद उनके जाने के सर्टिफिकेट पर मोहर लगाया जाएगा."
देखिए वीडियो
पुलिस ने दर्ज किया केस
अब्बास अंसारी के इस विवादित वीडियो के वायरल होने पर मऊ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. मऊ के एसपी घुले सुशील ने मीडिया को बताया कि वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए मऊ सदर निर्वाचन क्षेत्र के उम्मीदवार अब्बास अंसारी के खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज किया है. हमने आगे की कार्रवाई के लिए रिटर्निंग ऑफिसर को रिपोर्ट सौंप दी है.
पढ़ें- मरम्मत के लिए भेजे गए 'बुलडोजर', 10 मार्च के बाद फिर काम शुरू करेंगे: CM Yogi
ओम प्रकाश राजभर की पार्टी के प्रत्याशी है अब्बास
मुख्तार अंसारी बहुत लंबे समय के बाद घोसी के चुनाव मैदान से बाहर हैं लेकिन इसबार यहां उनकी विरासत उनके बेटे अब्बास के कंधे पर है. सीधे तौर पर मुख्तार को लेकर कोई सपा को न घेरे इसलिए अखिलेश के सहयोगी ओम प्रकाश राजभर की पार्टी के चुनाव चिन्ह पर अब्बास अंसारी सियासी रण में उतरे हैं.