डीएनए हिंदी: नुपूर शर्मा के बयान को लेकर शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के हावड़ा (Howrah) में हिंसक प्रदर्शन हुआ. इस दौरान पुलिस फोर्स पर पथराव किया गया और गाड़ियों में आग लगा दी गई. इस मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने बड़ा एक्शन लिया है. सीएम ने हावड़ा पुलिस कमिश्नर सी सुधाकर और ग्रामीण SP सौम्या रॉय का ट्रांसफर कर दिया है.
जानकारी के मुताबिक, IPS प्रवीण त्रिपाठी को हावड़ा का नया पुलिस कमिश्नर (Police commissioner) बनाया गया है, जबकि स्वाति भंगालिया को हावड़ा ग्रामीण एसपी (SP) नियुक्त किया गया है. बता दें कि हिंसा के बाद सीएम ममता बनर्जी सख्त नजर आ रही हैं. उन्होंने शनिवार को दावा किया कि हावड़ा जिले में हुई हिंसक घटनाओं के पीछे कुछ राजनीतिक दलों का हाथ है. उन्होंने राज्य में दंगे भड़काने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
ये भी पढ़ें- Ruckus In Saharanpur: सहारनपुर में अब तक 54 लोग गिरफ्तार, SSP बोले- लगाया जाएगा NSA
'हिंसा के पीछे कुछ राजनीतिक दलों का हाथ'
उन्होंने पैगंबर मोहम्मद पर विवादास्पद टिप्पणी के संदर्भ में बीजेपी के दो नेताओं पर कार्रवाई और इस मामले में शुरू हुए हिंसक विरोध प्रदर्शनों का जिक्र करते हुए सवाल किया कि पार्टी द्वारा किए गए ‘पाप’ का खामियाज़ा आम लोगों को क्यों भुगतना चाहिए. बनर्जी ने ट्वीट कर कहा, ‘जैसा कि मैंने पहले कहा है पिछले 2 दिनों में हावड़ा में हिंसक घटनाओं से सामान्य जीवन प्रभावित हुआ है. इसके पीछे कुछ राजनीतिक दल शामिल हैं जो कि दंगा भड़काना चाहते हैं, लेकिन इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. BJP द्वारा किए गए पाप का खामियाजा आम लोगों को क्यों भुगतना चाहिए.’
ये भी पढ़ें- Punjab में फिर चली गोलियां, होशियारपुर में दिन दहाड़े हमलावरों ने इस घटना को दिया अंजाम
पुलिस करना पड़ा था लाठीचार्ज
गौरतलब है कि बीजेपी की निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा और निष्कासित नेता नवीन जिंदल द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी को लेकर शुक्रवार को हावड़ा जिले के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हुआ. जिले में हिंसक विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. इसके जवाब में प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया और कई पुलिस वाहनों में आग लगा दी गई. सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया.
जिले में इंटरनेट सेवा बंद, 70 लोग गिरफ्तार
जिले में 13 जून तक इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है. 15 जून तक उलुबेरिया, डोमजूर और पंचला जैसे कई क्षेत्रों में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है. प्रदर्शनकारियों द्वारा सड़क मार्ग और रेलवे मार्ग को अवरुद्ध करने से आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. हिंसा के कारण कई स्थानीय और एक्सप्रेस ट्रेनें रद्द कर दी गईं. इस मामले में अब तक 70 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.