डीएनए हिंदी: पंजाब विधानसभा ने केंद्र की अग्निपथ भर्ती योजना (Agnipath Scheme) के खिलाफ गुरुवार को एक प्रस्ताव पारित कर दिया. मुख्यमंत्री भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) ने सदन में इस प्रस्ताव को पेश किया. प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए मान ने कहा कि वह जल्द ही अग्निपथ योजना के मुद्दे को पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के समक्ष उठाएंगे.
अग्निपथ योजना का विरोध करते हुए मान ने कहा कि यह योजना देश के युवाओं के विरुद्ध है. विपक्ष के नेता और कांग्रेस विधायक प्रताप सिंह बाजवा ने मांग की कि अग्निपथ योजना वापस ले ली जाए. अकाली दल के विधायक मनप्रीत सिंह अयाली ने भी प्रस्ताव का समर्थन किया और योजना को वापस लिए जाने की मांग की.
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BJP ने प्रस्ताव का किया विरोध
हालांकि, भारतीय जनता पार्टी के 2 विधायकों अश्विनी शर्मा और जांगी लाल महाजन ने प्रस्ताव का विरोध किया. गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा चार साल के अनुबंध पर सेना, नौसेना और वायुसेना में साढ़े 17 साल और 21 साल के बीच के युवाओं की भर्ती वाली अग्निपथ योजना लाए जाने के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन शुरू हुए. बाद में उसने इस साल के लिए भर्ती के वास्ते अधिकतम आयु सीमा बढ़ाकर 23 वर्ष कर दी.
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कांग्रेस ने शून्यकाल के दौरान उठाया मुद्दा
गौरतलब है कि पंजाब विधानसभा में जारी बजट सत्र में शून्य काल के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा ने अग्निपथ का मुद्दा उठाया और कहा कि इस योजना से पंजाब के युवाओं पर 'नकारात्मक' प्रभाव पड़ेगा. बाजवा ने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि योजना के चलते सेना में पंजाब का प्रतिनिधित्व मौजूदा 7.8 प्रतिशत से गिरकर भविष्य में 2.3 प्रतिशत रह जाएगा.बाजवा ने कहा कि यह योजना पंजाब के हितों के विरुद्ध है. उन्होंने सीएम से अग्निपथ योजना के खिलाफ मौजूदा विधानसभा सत्र में संयुक्त प्रस्ताव लाने की मांग की थी.
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