डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुरादाबाद जिले की पुलिस पर एक बार फिर हमले की खबर सामने आई है. 50 हजार के इनामी खनन माफिया के घर गिरफ्तारी के लिए उत्तराखंड पहुंची यूपी पुलिस के जवानों पर फायरिंग की गई. इस दौरान में 6 पुलिसकर्मी घायल हुए और जसपुर गांव की एक महिला की मौत भी हो गई. इस दौरान उधमसिंह नगर में यूपी पुलिस को वहां के स्थानीय लोगों का भी विरोध झेलना पड़ा.
दरअसल, पचास हजार रुपये के इनामी खनन माफिया जफर अली की गिरफ्तारी के लिए उत्तराखंड में कुंडा के भरतपुर गांव पहुंची यूपी की ठाकुरद्वारा पुलिस और एसओजी टीम की ग्रामीणों से भिड़ंत हो गई. लोगों ने यहां पुलिस को बंधक बना लिया वहीं. पुलिस पर माफिया द्वारा फायरिंग भी गई है.
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स्थानीय महिला की मौत
दोनों तरफ से हुई फायरिंग में जसपुर के गुरजीत कौर नाम की महिला की मौत हो गई. वहीं इस दौरान 6 पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं. इनमें से दो पुलिसकर्मियों को गोली लगी है. इसके चलते उनकी हालत गंभीर है. वहीं मृतक महिला के पति की शिकायत पर उत्तराखंड पुलिस यूपी पुलिस के 10-12 जवानों पर हत्या का केस दर्ज किया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक मुरादाबाद की ठाकुरद्वारा पुलिस को सूचना मिली थी कि 13 सितंबर को पुलिस दल पर हमला करने वाला इनामी खनन माफिया जफर भरतपुर में जसपुर के ज्येष्ठ उपप्रमुख भुल्लर के यहां छिपा हुआ है. इसके चलते ही ठाकुरद्वारा कोतवाल योगेंद्र सिंह के नेतृत्व में पुलिस व एसओजी टीम ने भुल्लर के फार्म हाउस को घेर लिया. वहीं सिविल ड्रेस में पहुंची यूपी पुलिस के खिलाफ भुल्लर ने स्थानीय लोगों को भड़का दिया.
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लोगों ने पुलिस को बना लिया बंधक
इस मामले में मुरादाबाद के DIG शलभ माथुर के अनुसार ग्रामीणों ने पुलिस टीम को बंधक बना लिया और फायरिंग की. गोली लगने से दो और संघर्ष में चार पुलिसकर्मी घायल हो गए. ग्रामीणों का आरोप है कि यूपी पुलिस की फायरिंग में ड्यूटी कर घर लौट रही गुरजीत को गोली लग गई. उसे निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां मृत घोषित कर दिया गया. इसको लेकर गुरजीत के पति ने उत्तराखंड पुलिस पर केस दर्ज कराई है.
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