BJP ने पूछा- किस चीज के बदले मुख्तार अंसारी को जेल में सुविधा दिला रहे थे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी?

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jun 29, 2022, 05:04 PM IST

मुख्तार अंसारी के मुद्दे पर बीजेपी ने राहुल-प्रियंका को घेरा

Mukhtar Ansari Jail Case: मुख्तार अंसारी को जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट दिए जाने के मामले में बीजेपी ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से सवाल पूछा है कि इसके बदले उन्हें क्या मिला?

डीएनए हिंदी: पंजाब की जेल में गैंगस्टर मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) को वीआईपी ट्रीटमेंट दिए जाने के आरोपों के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और प्रियंका गांधी पर हमला बोल दिया है. यूपी बीजेपी ने प्रियंका (Priyanka Gandhi) और राहुल से पूछा है कि आखिर किन चीजों के बदले मुख्तार अंसारी को ये सुविधाएं दी जा रही थीं. हाल ही में पंजाब सरकार में जेल मंत्री हरजोत सिंह बैंस (Harjot Singh Bains) ने विधानसभा में कहा था कि पंजाब की जेल में बंद रहे मुख्तार अंसारी को कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार वीआईपी की तरह सुविधाएं दे रही थी. आपको बता दें कि यूपी की जेल में ट्रांसफर किए जाने से पहले मुख्तार अंसारी लंबे समय तक पंजाब की जल में बंद था. 

अब यूपी बीजेपी ने आरोप लगाया है कि मुख्तार अंसारी पंजाब जेल के भीतर से अनैतिक और अवैध गतिविधियों में शामिल था. यूपी बीजेपी के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा, 'कांग्रेस का हाथ हमेशा से ही अपराधियों और माफियाओं के साथ रहा है. बीजेपी नेता अलका राय ने अपने पति कृष्णानंद राय की हत्या को लेकर प्रियंका गांधी को कई पत्र लिखकर उन्हें एक अपराधी को संरक्षण नहीं देने को कहा था.'

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'जेल के अंदर से गैर-कानूनी काम कर रहा था मुख्तार अंसारी'
राकेश त्रिपाठी ने कहा, 'उत्तर प्रदेश सरकार ने मुख्तार अंसारी को वापस लाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था लेकिन तत्कालीन पंजाब सरकार ने इसका विरोध किया क्योंकि वह अंसारी को सभी सुविधाएं मुहैया कराना चाहती थी. मैं राहुल और प्रियंका से पूछना चाहता हूं कि वे अंसारी को ये सुविधाएं क्यों दे रहे थे? एक गैंगस्टर को ये सुविधाएं उपलब्ध कराने के बदले कांग्रेस को क्या मिला? मौजूदा सरकार यह सिद्ध कर रही है कि मुख्तार अंसारी जेल के भीतर से अनैतिक और अवैध गतिविधियों में शामिल था.

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यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने भी ट्वीट करके कांग्रेस से पूछा कि एक गैंगस्टर से उसका इतना लगाव क्यों था? मृत्युंजय कुमार ने ट्वीट करके दावा किया, 'एक फर्जी एफआईआर दर्ज करके पंजाब सरकार ने ढाई साल से अधिक समय तक मुख्तार अंसारी को बचाया. 20 लोगों के बैरक में मुख्तार अपनी पत्नी के साथ एक वीआईपी की तरह अकेले रहा करता था. जब यूपी पुलिस ने उसे लाने का प्रयास किया तो उसे बचाने के लिए कांग्रेस द्वारा वकीलों की फीस भी भरी गई. एक गैंगस्टर से इतना लगाव क्यों?' 

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बीजेपी का आरोप- जेल में अपनी पत्नी के साथ रहता था मुख्तार अंसारी
पंजाब के जेल मंत्री हरजोत बैंस ने मंगलवार को राज्य विधानसभा में चर्चा के दौरान आरोप लगाया था कि मुख्तार अंसारी के खिलाफ एक फर्जी एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद उसे दो साल और तीन महीने तक रूपनगर जेल में रखा गया. उन्होंने सदन में कहा कि उसे (अंसारी को) वीआईपी सुविधाएं दी गईं और उसकी पत्नी उसके साथ रही. उन्होंने कहा कि पांच सितारा होटल की सुविधाएं उसे दी गईं. मंत्री ने कहा था, 'यह एक गंभीर मुद्दा है. मैं जेल मंत्री हूं और मुझे एक मामले के बारे में पता चला जिसमें गैंगस्टर मुख्तार अंसारी को रूपनगर जेल में दो साल और तीन महीने रखा गया था.' 

उन्होंने कहा था कि उत्तर प्रदेश सरकार को अंसारी को हिरासत में लेने के लिए सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा और तत्कालीन सरकार द्वारा मुख्तार अंसारी को बचाने के लिए वरिष्ठ वकीलों को लगाया गया और उन्हें मामले में पेश होने के लिए 11 लाख रुपये फीस दी गई. मंत्री ने यह दावा भी किया कि अधिवक्ताओं की फीस के तौर पर 55 लाख रुपये का बिल पेश किया गया.

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इन आरोपों से इनकार करते हुए कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने बैंस को यह साबित करने को कहा कि मुख्तार अंसारी की पत्नी उस जेल में थीं. उन्होंने कहा, 'क्या आप साबित कर सकते हैं कि उसकी (अंसारी की) पत्नी जेल में थी. यदि आप यह साबित नहीं कर सके तो आपको इस्तीफा देना पड़ेगा.' उल्लेखनीय है कि मुख्तार अंसारी को पिछले साल अप्रैल में उत्तर प्रदेश पुलिस की हिरासत में दे दिया गया और फिलहाल वह उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद है. मुख्तार अंसारी फिरौती के एक मामले में जनवरी, 2019 से रूपनगर जेल में बंद था.

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