डीएनए हिंदी: जैसे-जैसे इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट में उतर रहे हैं, लोगों का रुझान बढ़ता जा रहा है. यही वजह है कि ईवी मार्केट में हर दिन नए प्लेयर अपना कदम रख रहे हैं. दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी स्मार्टफोन कंपनी Xiaomi (शाओमी) भी ऑटोमोबाइल मार्केट में एंट्री लेने जा रही है.
कंपनी ने 2024 में अपना पहला इलेक्ट्रिक व्हीकल लॉन्च करने की अपनी योजना की घोषणा की है. अगले तीन वर्षों में कंपनी ने ईवी लॉन्च करने के बाद 2027 तक 9 लाख से ज्यादा की अनुमानित बिक्री का लक्ष्य रखा है.
Xiaomi पहला प्रमुख स्मार्टफोन विक्रेता है जो EV की ओर बढ़ रहा है. एपल के बारे में वर्षों से कहा जा रहा है कि कंपनी एक कार विकसित कर रही है. कंपनी ने अभी तक अपनी योजनाओं के बारे में औपचारिक घोषणा नहीं की है.
एशिया में Xiaomi स्मार्ट घरेलू उपकरणों, इलेक्ट्रिक साइकिल और मोपेड का उत्पादन करता है. चीन में दुनिया का सबसे बड़ा ईवी उद्योग है, जिसमें 300 से अधिक निर्माता शामिल हैं. हालांकि फिलहाल चीन की सरकार मार्केट की क्षमता बढ़ाने के लिए छोटे विक्रेताओं को मजबूत करने के लिए संघर्ष कर रही है. ईवी कंपनियों की भरमार के बावजूद, चीन के पास एक प्रमुख निर्माता नहीं है. अगर Xiaomi सफल होती है, तो वह चीन की 'टेस्ला' बन सकती है.
संभावनाएं अपार लेकिन चुनौतियां भी
कंपनी ने पहले ही पुष्टि कर दी है कि उसका पहला इलेक्ट्रिक वाहन 2024 की शुरुआत में लॉन्च होगा. कई लोगों का कहना है कि कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में एक दिग्गज कंपनी होने के नाते ऑटोमोटिव स्पेस में इससे समान उम्मीद नहीं की जा सकती.
चीनी कंपनी के लिए स्मार्टफोन शिपमेंट तीसरी तिमाही में 5.8% गिरकर 43.9 मिलियन यूनिट पर आ गया है. इसकी एक वजह दुनिया भर में सेमीकंडक्टर चिप की कमी है. ये वही समस्या है, जो दुनिया के लगभग हर ऑटो ब्रांड को भी परेशान कर रही है.
आमजन को होगा फायदा
इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की दुनिया में टेस्ला के सामने वोक्सवैगन, फोर्ड, हुंडई, टोयोटा जैसे खिलाड़ी हैं लेकिन शाओमी और हुवाई जैसी कंपनियों की एंट्री से मार्केट में प्रतिस्पर्धा बढ़ सकती है. जाहिर है इस स्पर्धा का फायदा आम लोगों को जरूर मिलेगा. विशेषज्ञों का मानना है कि यह उपभोक्ता के लिए बहुत अच्छी खबर है, जिसके पास ईवी चुनने के लिए और भी विकल्प होंगे.