डीएनए हिंदी: Video Games का क्रेज कभी ना कभी आपको भी रहा होगा लेकिन आजकल माता-पिता के लिए यह बड़ी चिंता का विषय बन गया है. उन्हें लगता है कि इससे उनके बच्चों की बुद्धि के विकास में अड़चन पैदा होगी. वीडियो गेम सही है या गलत इस पर कई अध्ययन किए गए हैं. जिसमें वैज्ञानिक अपना-अपना मत पेश कर रहें कोई कहता है कि वीडियो गेम दिमाग सुस्त हो जाता है तो किसी रिसर्च में कई सारे नकारात्मक पहलू गिनाए जाते हैं. हाल ही हुए एक अध्ययन में यह सामने आया है कि वीडियो गेम बच्चों ( Children ) के लिए फायदेमंद भी हो सकता है. आइए इस बारे करीब से जानते हैं.
10 से 12 साल की आयु वाले 5000 से अधिक बच्चों पर की गई इस परीक्षण में यह सामने आया है कि जो बच्चे 2 साल पहले इतने बुद्धिमान नहीं थे उनका आईक्यू वीडियो गेम खेलने से बढ़ा है. टॉर्केल क्लिंगबर्ग, करोलिंस्का इंस्टीट्यूट और ब्रूनो सॉस, व्रीजे यूनिवर्सिटी एमस्टरडम/स्टॉकहोम के इस साझा रिसर्च में बच्चों से पूछा गया कि वे दिन में कितने घंटे सोशल मीडिया पर, वीडियो गेम पर या टीवी देखने में समय बिताते हैं. इसमें से कई बच्चों ने कहा है कि वह औसतन 1 घंटा वीडियो गेम खेलने में बिताते हैं.
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कोरोना काल में बच्चों के लिए मोबाईल और लैपटॉप जीवन का हिस्सा बन चुका है. विकासशील दिमाग के लिए यह फायदेमंद भी है और इसके नुकसान भी हैं. यह उसपर भी निर्भर करता है कि आप देख क्या रहे हैं?
करीब 5000 बच्चों पर किए गए अध्ययन में सामने आया है कि Video Games पर अधिक समय बिताने वाले बच्चों के आईक्यू में 2.5 अंक की वृद्धि देखी गई है. यह आईक्यू पॉइंट्स बच्चे के पढ़ने की समझ, मेमोरी, सोचने की क्षमता, आत्म नियंत्रण पर आधारित है.
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