Telegram पर धड़ल्ले से बिक रहा आपके आधार-पैन कार्ड का डाटा, पढ़ें क्या है पाकिस्तान का ये 'गंदा खेल'

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Dec 12, 2022, 05:37 PM IST

Indian Users के आधार और पैन कार्ड की डिटेल्स चोरी कर के डार्क वेब पर बेची जा रही है जिसको लेकर कुछ बड़े खुलासे हुए हैं.

डीएनए हिंदी: पाकिस्तान भारत पर डिजिटल हमले (Pakistan Digital War) की कोशिशों में भी जुटा रहता है. कई बार यह खबरें आईं हैं कि केबीसी से लेकर अलग-अलग साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud) में पाकिस्तान के साइबर अपराधियों का हाथ था. वहीं अब वहां के हैकर्स (Pakistani Hackers) भारतीय नागरिकों को आधिकारिक सरकारी डाटा तक चुरा हैं. इनमें भारतीयों के आधार कार्ड से लेकर उनके पैन कार्ड (Aadhaar Pan Card Data Leak) और ड्राइविंग लाइसेंस की डिटेल्स तक शामिल हैं. खबरें हैं कि यह सारा डाटा डार्क वेब पर काफी धड़ल्ले से बिक रहा है. ऐसे में भारतीयों का डाटा लीक होने से उनकी सुरक्षा पर भी खतरा हो सकता है. जानकारी के मुताबिक यह डाटा करीब 5,000 भारतीयों का है जो कि निश्चित तौर पर एक बड़ा नंबर है. 

दरअसल, आधार कार्ड और पैन कार्ड के डाटा चोरी होने की रिपोर्ट बताती हैं कि हैकर्स पहले यूजर्स का आधार या पैन का डाटा चुराने में सफल हो रहे हैं. इसके बाद फिर वे अगले कदम के तौर पर यूजर्स का ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट राशन कार्ड तक का डाटा तक चोरी कर रहे हैं. एक रिसर्च में सामने आया है कि यह डाटा डार्क वेब (Dark Web) पर तो डाला ही गया है साथ ही खबरें यह भी हैं कि अब यह डाटा मात्र एक गूगल सर्च पर भी मिल रहा है जो कि भारतीयों की सुरक्षा के लिए एक बहुत बड़ा खतरा साबित हो सकता है. 

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Telegram Channel  पर हो रहा है 'गंदा खेल'

जानकारी के मुताबिक सारा डाटा आसानी से बिक रहा है लेकिन अहम बात यह है कि इसमें इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप्लिकेशन टेलीग्राम की भी हेल्प ली जा रही है. टेलीग्राम पर ऐसे कई चैनल्स हैं जिनके जरिए भारतीयों के आधार और पैन की डिटेल्स  बेची जा रही हैं. टेलीग्राम पर बेचा गया यह डाटा पब्लिक के लिए भी एक्सिस करना आसान हो गया है जिससे यह गलत हाथों में भी जा सकता है.

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क्या बोले विशेषज्ञ?

इस घटना को लेकर एक इंटेलीजेंस रिसर्चर सौम्य श्रीवास्तव ने बताया है कि इस पूरे डाटा लीक कांड में डार्क वेब एक अहम कड़ी है. डार्क वेब से ही इन टेलीग्राम के ग्रुप्स और चैनल्स का पता लग रहा है यहां हैकर्स बातचीत के लिए प्राइवेट चैट का इस्तेमाल कर रहे हैं और बातचीत उर्दू में ही हो रही है. रिसर्चर ने यह भी खुलासा किया है कि टेलीग्राम चैनल पर  पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान का ही झंडा भी लगा हुआ है जो बताता है कि पाकिस्तान अब साइबर अटैक के मामले में भी भारत को परेशान करने की कोशिश कर रहा है. 

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Urdu में सामने आई Telegram Chats

बता दें कि जो उर्दू के टेलीग्राम चैट्स वायरल हुई हैं उसमें हैकर्स ने दावा कर बताया है कि उनके पास भारतीय सरकारी एजेंसी जैसे भारतीय रेल, NTRO और दूसरे कॉरपोरेट बॉडी का डेटा भी है और वे किसी को भी यह डाटा बेच सकते हैं. सबूत के तौर पर हैकर्स ने करीब 5.5GB डंप लिंक आधार और पैन कार्ड का शेयर किया है. इसमें 1059 आधार और पैन कार्ड की डिटेल्स स्कैन कॉपी के साथ सामने आई हैं और ये सभी दस्तावेज फिलहाल एक्टिवेटेड भी हैं.

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