चीन में बंद हुई Apple के सप्लायर की फैक्ट्री, क्या iPhone 14 की लॉन्चिंग पर पड़ेगा बुरा असर?

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Aug 19, 2022, 04:26 PM IST

China पिछले 40 वर्षों की सबसे ज्यादा गर्मी से जूझ रहा है जिसके चलते यहां पावर शॉर्टेज हो रही है और कई कंपनियों की फैक्ट्रियां बंद कर दी गई हैं.

डीएनए हिंदी: चीन को तकनीक को सबसे बड़ा पावरहाउस इसलिए माना जाता रहा है क्योंकि स्मार्टफोन बनाने से लेकर समेत दुनिया का इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार मैन्युफैर्चरिंग के मामले में चीन पर निर्भर है. चीन में हुई थोड़ी उथल-पुथल का पूरी दुनिया पर बड़ा असर पड़ता है और अब चीन के मौसम से एप्पल (Apple) के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं. यहां कई तकनीकी फैक्टरियां बंद हुई हैं जिनमें से एक एप्पल की सप्लायर भी है. 

खबरों के मुताबिक हीटवेव की वजह से चीन में पावर शॉर्टेज (Power Shortage) हो रही है. इसके कारण सिचुआन में कई प्रमुख कंपनियों को बंद करना पड़ा है. चीन ने सिचुआन प्रांत में कई बड़ी कंपनियों को 6 दिनों के लिए बंद कर दिया गया है. इन कंपनियों की लिस्ट में दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार बैटरी निर्माता कंपनी Contemporary Amperex Technology Co. Limited (CATL) भी शामिल है.

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गर्मी और पावर शॉर्टेज झेल रहा चीन

अब पावर शॉर्टेज के चलते उठाए गए इस कदम का सीधा असर टेस्ला के लिए बैटरी बनाने वाली CATL, ऐपल सप्लायर Foxconn, टोयोटा, Texas इंस्ट्रूमेंट, फॉक्सवैगन, Onsemi और दूसरी कंपनियों पर पड़ा है. चीन ने सिचुआन में काम करने वाली सभी फैक्ट्रियों को 20 अगस्त तक काम बंद रखने का आदेश दिया है.

गौरतलब है कि चीन इस वक्त पिछले 60 साल के सबसे बुरे हीटवेव से जूझ रहा है. कई शहरों में 40 डिग्री से ज्यादा तापमान हो गया है. इसकी वजह से एयर कंडीशनर का इस्तेमाल बढ़ा है और पावर सप्लाई प्रभावित हो रही है और कई इलाकों में जमकर बिजली कटौती भी हो रही है. 

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जनता के लिए हो रही बिजली सप्लाई

इस मामले में अधिकारियों का कहना है कि वह इलाके में रहने वाले लोगों के लिए पावर सप्लाई बचाने की कोशिश कर रहे हैं. यह इलाका काफी हद तक हाइड्रो पावर पर निर्भर है और गर्मी बढ़ने की वजह से पावर जनरेट होने में दिक्कत हो रही है.

अहम बात यह है कि चीन का यह इलाका सिर्फ टेक और ऑटो कंपनियों के लिए ही नहीं बल्कि सेमीकंडक्टर और सोलर पैनल इंडस्ट्री के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है. यहां पर lithium माइनिंग का भी काम होता है. लिथियम का इस्तेमाल इलेक्ट्रिक कार और स्मार्टफोन की बैटरी में होता है और इसके चलते  एप्पल की भी मुश्किलें भी बढ़ सकती हैं. 

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Foxconn को लेकर थी चिंता

जानकारों का मानना है कि इससे लिथिमय सप्लाई घटेगी. वहीं ऐप्पल की सप्लायर Foxconn ने इन बातों को नकारा है. गौरतलब है कि Foxconn ऐपल का प्रमुख सप्लायर है. कंपनी इस फैक्टरी में आईपैड तैयार करने का काम करती है. ऐसे में iPhone 14 की लॉन्चिंग पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि कंपनी का यहां पर आईफोन से संबंधित कोई खास प्रोडक्शन नहीं होता है.

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