अक्सर ऐसी खबरें आती हैं कि मेट्रो के गेट में कपड़ा फंसने से दुर्घटना हो गई. हाल ही में इंद्रलोक मेट्रो स्टेशन पर ट्रेन में फंसकर घसीटने से एक महिला की मौत हो गई थी. इसके बाद मेट्रो प्रबंधन ने सुरक्षा को लेकर कुछ अहम फैसले किए हैं. अब मेट्रो में एक नया फीचर लगाया जाएगा. इस फीचर का नाम एंटी ड्रैग फीचर है.
कैसे करेगा काम?
इस फीचर की मदद से मेट्रो के दरवाजे में कपड़े जैसी पतली चीज फंसने के बाद अगर ट्रेन का गेट बंद हो जाएग तब भी ट्रेन नहीं चलेगी. हालांकि इश फीचर को लगाने में 15 महीने का समय लगेगा. मेट्रो अधिकारियों ने बताया कि पांच ट्रेनों में ये फीचर लगाने पर करीब 3.55 करोड़ की लागत आएगी.
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Red और Yellow लान पर लगेगा ये फीचर
उन्होंने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए पहली बार एंटी ड्रैग फीचर लगाए जा रहे हैं. मौजूदा ट्रेनों में रेट्रोफिटमेंट कराने के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है. पायलट योजना के तहत इसे आठ कोच वाली पांच ट्रेनों यानि कुल 40 कोच के दरवाजे में यह फीचर लगाए जाएंगे. अगर प्रयोग सफल रहा तो आगे सभी ट्रेनों में इसे लगाने का फैसला किया जाएगा. अभी ये फीचर रेड लाइन की तीन ट्रेन और यलो लाइन पर चलने वाली दो ट्रेनों में लगाया जाएगा.
मेट्रो के मुताबिक एंटी-ड्रैग सिस्टम को यात्रियों या उनके सामान के बंद दरवाजों के अंदर फंसने के बाद भी चलती ट्रेन में घसीटे जाने से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए डिजाइन किया गया है. अभी मेट्रो के दरवाजों में 15 एमएम पतले सामान को पहचान के दरवाजा बंद करने से रोकता है. मगर एंटी ड्रैग सिस्टम इससे भी पतली चीज को पहचान सकता है.
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