सावधान! हैकर्स ने 48 करोड़ WhatsApp यूजर्स का डाटा किया हैक, इनमें 61 लाख भारतीय भी शामिल

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Nov 27, 2022, 01:23 PM IST

सांकेतिक तस्वीर

हैकर्स ने दुनिया के 200 करोड़ व्हाट्सएप यूजर्स का 25 प्रतिशत डेटा में सेंधमारी की है. इसमें 61.62 लाख भारतीय यूजर्स की डिटेल भी शामिल है. 

डीएनए हिंदी: साइबर अपराधियों की वारदातें लगातार बढ़ती जा रही है. अब हैकर्स ने 84 देशों के 25 प्रतिशत व्हाट्सएप यूजर्स (Whatsapp User's) का डाटा चोरी कर इंटरनेट पर बेच दिया. इनमें 61 लाख भारतीय यूजर्स के नंबर से लेकर अन्य डिटेल शामिल है, जिसका फायदा उठाकर साइबर ठग (Cyber Fraud) आपको भारी भरकम चूना भी लगा सकते हैं. 

दरअसल, हाल ही में जारी रिपोर्ट के अनुसार, हैकर्स ने 84 देशों के करीब 48.7 करोड़ व्हाट्सएप यूजर्स का डेटा चोरी कर लिया. इस डेटा को इंटरनेट पर बेचा जा रहा है. हैकर ने खुद इसकी जानकारी इंटरनेट पर दी है. उसने दावा किया है कि यह डाटा 2022 में व्हाट्सएप पर सक्रिय यूजर्स का है.मैं इसे बेच रहा हूं. आप इसे खरीदेंगे तो फायदा होगा. इस तरह के डेटा को खरीदने में तमाम मार्केटिंग कंपनियां दिलचस्पी दिखाती है. इसकी वजह उन्हें अपने प्रचार में फायदा मिलना है. वह ज्यादा से ज्यादा यूजर्स का डेटा लेकर उन्हें सीधे अपने एडवरटाइज और मैसेज भेजते है. 

48.7 करोड़ यूजर्स में इस नंबर पर है भारत

हैकर्स द्वारा पूरी दुनिया में व्हाट्सएप यूजर्स का करीब 25 प्रतिशत डाटा चोरी किया गया है, जो 48.7 करोड़ है. 84 देशों में मिस्त्र देशों के सबसे ज्यादा यूजर्स का डाटा चोरी हुआ है. इनमें भारत 25वें नंबर पर है. वहीं सबसे ज्यादा 4.48 करोड़ यूजर्स मिस्त्र के हैं. 3.56 करोड़ इटली, 3.23 करोड़ अमेरिकी, 2.88 करोड़ सऊदी अरब, 1.98 करोड़ फ्रांस और 61.62 लाख भारतीय यूजर्स का डाटा शामिल है. 

स्क्रैपिंग टेक्नीक से चोरी किया गया है यूजस का डेटा

साइबर एक्सपर्टस का दावा है कि हैकर्स द्वारा चोरी किए गए व्हाट्सएप यूजर्स के डाटा में किसी भी यूजर्स की कोई लापरवाही या गलती नहीं है. इसे हैकर्स ने स्क्रैपिंग हैकिंग टेक्नीक से चोरी किया. स्क्रैपिंग हैकिंग (Scrapping Hacking) से किसी भी बड़े प्रोग्राम में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म यूजर्स की जानकारियां चोरी कर स्टोर कर ली जाती है. ऐसा करना व्हाट्सएप कंपनी की यूजर्स शर्तों का उल्लंघन है.

यूजर्स के लिए ऐसे हो सकता है खतरा

हैकर्स द्वारा चोरी कर बेचे जा रहे यूजर्स के डेटा को ज्यादातर फाइनेंस या कोई प्रोडक्ट तैयार करने वाली कंपनियां खरीदती है. ये इस डेटा को अपने मार्केटिंग के लिए उपयोग कर लेती हैं. वहीं बड़ा खतरा इस डेटा को साइबर ठगों के हाथ लगने पर है. वह इस 
डेटा केा खरीदकर फिशिंक फ्रॉड या फिर ब्लास्ट ईमेल के जरिए कर सकती है. इसमें वह यूजर्स ठगी का शिकार बन सकते हैं. जिनका व्हाट्सएप नंबर और बैकिंग सेवाओं से जुड़ा नंबर एक ही हो, इसके अलावा ठग यूजर्स के डेटा का इस्तेमाल किसी फ्रॉड काम में भी कर सकते हैं. 

इस तरह से बचा सकते हैं अपनी जानकारी

अगर आपको भी अपना व्हाट्सएप डाटा चोरी का होने का संदेह है तो अपने व्हाट्सएप की सेटिंग में जाकर प्राइवेसी बदल लें. इसे 'कॉन्टेक्ट ओनली'  कर सकते हैं. इससे आपकी व्हाट्सएप पर दर्ज जानकारी वहीं देख सकेंगे जो आप के कॉन्टेक्ट में होंगे.

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