डीएनए हिंदीः Apple iPhone हमेशा से अपने ड्यूरेबिलिटी और हाई सिक्योरिटी फीचर्स के लिए जाने जाते हैं. एपल लगातार अपने फोन्स के लिए सिक्योरिटी अपडेट्स भी रोलआउट करता रहता है जिससे फोन पूरी तरह से सिक्योर रहे. इसके साथ ही कंपनी सभी iPhone यूजर्स को अपडेटेड iOS वर्जन को इंस्टॉल करने और अपडेट करने की भी सलाह देती है. लेकिन कई बार लोग हार्डवेयर लिमिटेशन के कारण पुराने iPhone में iOS के अपडेटेड वर्जन को इंस्टॉल नहीं कर पाते हैं. वहीं कुछ यूजर्स उपयोग में आसानी के लिए iOS के पुराने वर्जन को चलाने का विकल्प भी चुनते हैं, लेकिन इसमें ध्यान देने वाली बात यह है कि पुराने iOS वर्जन वाले फोन्स को आसानी से वायरस और अन्य तरीकों से प्रभावित किया जा सकता है. ऐसे ही एक मामले को देखते हुए भारत सरकार ने सभी iPhone यूजर्स के लिए चेतावनी जारी की है.
इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-In) ने खुलासा किया है कि iOS में एक भेद्यता की जानकारी मिली है जो एक अटैकर को टार्गेटेड डिवाइस पर मनमाना कोड एग्जीक्यूट करने की अनुमति दे सकता है. इसके कारण iOS वर्जन 12.5.7 के पहले के iPhone 5s, iPhone 6, iPhone 6 Plus, iPad Air, iPad mini 2, iPad mini 3, और iPod Touch (6th जेनरेशन) प्रभावित हो सकते हैं.
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अगर बचना चाहते हैं तो फटाफट करें ये काम
CERT-In के अनुसार, इस भेद्दता का कारण वेबकिट कम्पोनेंट में आया एक प्रकार का कन्फ्यूजन है. अटैकर इस भेद्दता का फायदा उठाकर लोगों को लुभाकर मैलिशियस वेबसाइट पर ले जा सकता है. इसके अलावा अटैकर इसके जरिए टार्गेटेड सिस्टम में मनमाना कोड एग्जीक्यूट कर सकते हैं. यह भेद्दता iOS 15.1 से पहले जारी किए गए वर्जन्स में देखा गया है. ऐसे में अगर आप किसी भी तरह की ठगी से बचना चाहते हैं तो इस सप्ताह की शुरुआत में लॉन्च हुए लेटेस्ट iOS 12.5.7 पैच को तुरंत इंस्टॉल कर लें.
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