UPI-PayNow: अब सिंगापुर और भारत के बीच पेमेंट करना हुआ आसान, सरकार ने PayNow के साथ किया करार

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Feb 21, 2023, 02:58 PM IST

UPI and PayNOW

आज पीएम मोदी और सिंगापुर के पीएम ली सियन लूंग ने भारत के UPI और सिंगापुर के पेनाऊ (PayNow) के बीच क्रॉस-बॉर्डर कनेक्टिविटी की शुरुआत कर दी है.

डीएनए हिंदीः भारत सरकार अपने यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस यानी UPI का लगातार विस्तार कर रही है और इसी कड़ी में सरकार ने भारत के डिजिटल पेमेंट सिस्टम UPI को सिंगापुर के पेनाऊ (PayNow) से जोड़ दिया है. इसका मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट कनेक्टिविटी को बढ़ावा देना है. आज सुबह दोनों देशों के प्रधानमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए एक कार्यक्रम में शिरकत कर इसकी शुरुआत की है. 

इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत के यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) और सिंगापुर की ‘PayNow’ पेमेंट सिस्टम के बीच संपर्क सुविधा की शुरुआत दोनों देशों के संबंधों के लिए एक नया मील का पत्थर है. उन्होंने UPI को भारत की सबसे पसंदीदा पेमेंट सिस्टम बताया और विशेषज्ञों का हवाला देते हुए कहा कि यह जल्द ही नकद लेनदेन को पीछे छोड़ देगी. पीएम मोदी ने सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सियन लूंग की मौजूदगी में ‘UPI’ और सिंगापुर की ‘PayNow’ पेमेंट सिस्टम के बीच संपर्क सुविधा की शुरुआत के मौके पर यह बात कही.

भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास और सिंगापुर मौद्रिक प्राधिकरण के प्रबंध निदेशक रवि मेनन ने इस सुविधा को शुरू किया. उन्होंने कहा, "आज हुई इस शुरुआत ने ‘क्रॉस बॉर्डर फिनटेक कनेक्टिविटी’ के एक नए अध्याय का शुभारंभ किया है. आज के बाद सिंगापुर और भारत के लोग अपने मोबाइल फोन से उसी प्रकार पैसे का ट्रांजेक्शन कर पाएंगे जैसे वे अपने-अपने देशों में करते हैं." उन्होंने कहा कि इस सुविधा से प्रवासी भारतीयों, छात्रों, पेशेवरों और उनके परिवारों को विशेष रूप से लाभ होगा. 

प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्ष 2022 में UPI के जरिए 12,6,000 अरब रूपये से अधिक के 74 अरब लेनदेन हुए हैं. उन्होंने कहा, ‘‘UPI के जरिए इतनी अधिक संख्या में होने वाला लेनदेन यह दिखाता है कि स्वदेशी स्तर पर तैयार यह भुगतान प्रणाली बहुत सुरक्षित है.’’

इन बैंको के जरिए मिलेगी  UPI-PayNow की सुविधा

इसकी शुरुआत में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन ओवरसीज बैंक, इंडियन बैंक और आईसीआईसीआई बैंक दोनों आने और जाने वाले रेमिटेंस की सुविधा मुहैया कराएंगे. जबकि एक्सिस बैंक और डीबीएस इंडिया आने वाले रेमिटेंस की सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे. वहीं अगर सिंगापुर की बात की जाए तो ये UPI सर्विस डीबीएस सिंगापुर और लिक्विड ग्रुप  (एक नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन) द्वारा मुहैया कराई जाएगी.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.