डीएनए हिंदीः भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का क्रेज तेजी से बढ़ता जा रहा है. यही कारण है कि सभी वाहन निर्माता कंपनियां आजकल इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की टेक्नोलॉजी में निवेश कर रही हैं और बेहतरीन से बेहतरीन कारें और बाइक्स लॉन्च कर रही हैं. इसी कड़ी में अब देश की दिग्गज वाहन निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी मोटर्स के स्वामित्व वाली जापानी कंपनी सुजुकी मोटर कॉर्प (SMC) ने FY2030 तक अलग-अलग सेगमेंट में बाजार में 6 इलेक्ट्रिक कारों को लॉन्च करने की घोषणा की है.
मारुति सुजुकी ने इस साल हुए ऑटो एक्सपो में अपने इलेक्ट्रिक कॉन्सेप्ट कार Maruti eVX से पर्दा उठाया था. अब सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन (SMC) ने भारतीय बाजार के लिए अपने प्रोडक्ट प्लान शेयर किया है. इसमें कंपनी ने कहा कि वह न केवल इलेक्ट्रिक व्हीकल्स प्रदान करेगी बल्कि कार्बन न्यूट्रल इंटरनल कम्बश्चन इंजन व्हीकल भी लॉन्च करेगी जो सीएनजी, बायोगैस और इथेनॉल मिश्रित फ्यूल पर चलते हैं. इसके साथ ही कंपनी ने इस बात की भी जानकारी दी है कि उसकी ओर से सबसे पहला इलेक्ट्रिक व्हीकल Maruti eVX पेश किया जाएगा.
34.8 बिलियन डॉलर खर्च करेगी SMC
सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन ने बताया है कि कंपनी 2030 तक रिसर्च, डेवलपमेंट और बैटरी इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने के लिए कुल 34.8 बिलियन डॉलर खर्च करेगी. कंपनी 2030 तक 60 प्रतिशत इंटरनल कम्बश्चन व्हीकल्स, 25 प्रतिशत हाईब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल और 15 प्रतिशत बैट्री ईवी लॉन्च करने का लक्ष्य लेकर चल रही है. कंनपी ने कहा है कि इसका इंटर्नल कम्शब्चन व्हीकल CNG, बायोगैस और इथेनॉल से पावर्ड होगा. सुजकी कॉर्पोरेशन अलग-अलग देशों के द्वारा तय किए गए समय सीमा के अनुसार कॉर्बन न्यूट्रलिटी का लक्ष्य हासिल करने की योजना पर काम कर रही है, जिसमें जापान-यूरोप में 2050 तक और भारत में 2070 तक भारत में पूरा कर लिया जाएगा.
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गाय के गोबर से निकले बायोगैस से चलेगी मारुति कार
कंपनी ने अपने 2030 के प्लान में बायोगैस से चलने वाली कारों को प्राथमिकता दी है जिसमें मवेशियों के गोबर से तैयार होने वाले बायोगैस का प्रोडक्शन और आपूर्ति की जाएगी. कंपनी ने अपने बयान में कहा "सुजुकी का मानना है कि बायोगैस संचालित सीएनजी वाहन कार्बन न्यूट्रलिटी और आर्थिक विकास को बढ़ावा दे सकते हैं. एसएमसी ने नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड और बनास डेयरी के साथ एक समझौता किया है और 2024 में बनासकांठा में बायोगैस के प्रोडक्शन की शुरुआत होगी."
इस बायोगैस का प्रयोग कंपनी के सीएनजी मॉडल के लिए किया जा सकता है जो भारत में सीएनजी कार बाजार का लगभग 70% हिस्सा है. इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि, 10 गाय एक दिन में जितना गोबर करती है उससे तैयार बायोगैस एक कार के लिए प्रतिदिन की ड्राइव के लिए काफी है.
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