डीएनए हिंदी: दिग्गज कोरियाई टेक कंपनी सैमसंग (Samsung) पर उसके गैलेक्सी स्मार्टफोन के बारे में किए गए भ्रामक दावों को लेकर 14 मिलियन डॉलर (लगभग 100 करोड़ रुपये से ज्यादा) का जुर्माना लगाया गया है. ऑस्ट्रेलियाई कॉम्पिटिशन एंड कंस्यूमर कमीशन (ACCC) ने यह कार्रवाई की है. यह जुर्माना साल 2019 की एक जांच से संबंधित है.
दरअसल, कंपनी पर आरोप है कि कंपनी ने उस साल अपने गैलेक्सी स्मार्टफोन्स के लिए कई विज्ञापन रिलीज किए थे. इन विज्ञापनों पर इस बात पर जोर था कि पानी में रहने के 30 मिनट तक भी फोन वॉटर-रजिस्ट है. अपने विज्ञापनों में सैमसंग ने गैलेक्सी फोन को स्वीमिंग पूल में डुबोए जाने और समंदर के किनारे उस पर छीटें पड़ने आदि से चित्रित किया था. ऐसे में यह दिखाने की कोशिश की गई कि फोन वाटरप्रूफ है.
वाटर रजिस्टेंट के दावे
खबरों के अनुसार इन भ्रामक दावों के लिए कंपनी ACCC को 14 मिलियन डॉलर जुर्माना देने पर सहमत हो गई है. वॉटर रजिस्टेंट के दावे ज्यादा रियल बनाने के लिए कंपनी ने अपने फोन में सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर बदलाव भी किए हैं. ACCC का कहना है कि यह जुर्माना सभी बिजनेसेज के लिए एक रिमाइंडर है.
इस वॉचडॉग का कहना है कि वह ऐसी गड़बड़ी करने वाले बिजनेसेज के खिलाफ अपनी कार्रवाई को जारी रखेगा. ये ऐड ऑस्ट्रेलिया के नेशनल टीवी पर प्रसारित किए गए थे. कंस्यूमर वॉचडॉग ने इनमें से कुछ विज्ञापनों की निगरानी की है.
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खास जगहों पर ही काम करता है फीचर
इसमें कहा गया है कि सैमसंग ने उसके गैलेक्सी मॉडलों के वॉटर रजिस्टेंट को लेकर एक झूठी धारणा बनाई थी. सच्चाई यह थी कि स्मार्टफोन सिर्फ साफ पानी में रजिस्ट थे समुद्र या क्लोरीन मिले हुए पानी में फीचर असरदार नहीं था. उस सिचुएशन में फोन के चार्जिंग पॉइंट में जंग लगने की संभावना थी.
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