Bank Account खाली कर रहे Google Play Store पर मौजूद ये दो Apps, तुरंत करें डिलीट वरना लगेगी बड़ी चपत

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Sep 10, 2022, 09:38 PM IST

Smartphone Users इन ऐप्स को एंटीवायरस के नाम पर इंस्टॉल करते हैं लेकिन ये Apps असल में यूजर्स का फोन हैक कर ले रहे हैं.

डीएनए हिंदी: लोग चाहते हैं कि उनके फोन में किसी भी प्रकार का कोई वायरस (Virus) न आ जाए. साथ ही उनका डाटा हमेशा सुरक्षित रहे. इसलिए लोग अधिकतर अपने फोन में एंटीवायरस (AntiVirus) इंस्टॉल करते हैं लेकिन तब क्या हो जब एंटीवायरस के नाम पर डाउनलोड किए गए ऐप्स ही लोगों के डाटा के साथ खिलवाड़ करने लगें. कुछ ऐसा ही गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) पर मौजूद दो ऐप्स कर रहे हैं जिससे लोगों का बैंक अकाउंट (Bank Account) तक खाली हो सकता है. 

दरअसल, नकली एंटीवायरस ऐप्स और क्लीनर ऐप्स के रूप में खतरनाक SharkBot मैलवेयर गूगल प्ले स्टोर पर वापस आ गया है. मैलवेयर कथित तौर पर यूजर्स का बैंकिंग डाटा चुरा रहा है. इन खतरनाक ऐप्स में Mister Phone Cleaner और Kylhavy Mobile Security शामिल हैं और डराने वाली बात यह है कि इन ऐप्स को पहले से ही 60,000 से ज्यादा बार इंस्टॉल किया जा चुका है और अभी भी ये गूगल प्ले पर मौजूद हैं और इसके डाउनलोड बढ़ भी सकते हैं. 

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इन देशों के यूजर्स को लगा झटका

एनसीसी ग्रुप के फॉक्स-आईटी के अनुसार मैलवेयर को स्पेन, ऑस्ट्रेलिया, पोलैंड, जर्मनी, अमेरिका और ऑस्ट्रिया में यूजर्स को टागरेट करने के लिए डिजाइन किया गया है. उन्होंने कहा कि इन ऐप्स को ड्रॉपर शार्कबॉट मैलवेयर के इंस्टॉलेशन को ऑटोमैटिकली परफॉर्म करने के लिए एक्सेसिबिलिटी परमिशन की भी आवश्यकता नहीं है. इसके बजाय वे यूजर्स को एंटीवायरस ऐप्स के लिए फेक अपडेट के रूप में मैलवेयर इंस्टॉल करने के लिए कहते हैं.

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पैसा तक ट्रांसफर कर ले रहे हैं ये Apps

इन ऐप्स और डाटा पर मंडराते खतरें को लेकर फॉक्स-आईटी के अल्बर्टो सेगुरा ने कहा, "यह नया वर्जन यूजर्स को एंटीवायरस के खतरों से सुरक्षित रहने के लिए मैलवेयर को नकली अपडेट के रूप में इंस्टॉल करने के लिए कहता है. हमने गूगल प्ले स्टोर में दो SharkbotDopper ऐप को सक्रिय पाया है, जिनमें से प्रत्येक में 10K और 50K इंस्टॉल हैं. 

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टेक एक्सपर्ट ने बताया है कि मैलवेयर कथित तौर पर लॉगिंग कीस्ट्रोक्स चुरा सकता है. यह मैसेजों को इंटरसेप्ट कर सकता है और ऑटोमेटेड ट्रांसफर सिस्टम (ATS) का उपयोग करके धोखाधड़ी से फंड ट्रांसफर कर सकता है. फॉक्स-आईटी की थ्रेट इंटेलिजेंस टीम ने 22 अगस्त, 2022 को वर्जन 2.25 के साथ एक नए शार्कबॉट सैंपल का पता लगाया है. 

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तुरंत डिलीट करें ये ऐप्स

नए शार्कबॉट वर्जन में एक नया फीचर भी है जो यूजर्स से सेशन कुकीज चुराती है जो उनके बैंक खाते में लॉग इन करती है. हालांकि गूगल ने इन ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया है लेकिन जो कोई भी पहले ही डाउनलोड कर चुका है उसे तुरंत इन्हें डिलीट कर देना चाहिए. इसके अलावा किसी भी अनजान ट्रांजेक्शन के लिए अपने बैंक खाते की जांच करें और अपने बैंक अकाउंट को सिक्योर करें.

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