10 किलो का था शुरुआती Mobile, 30 मिनट में खत्म हो जाती थी पूरी बैटरी

Smartphone कंपनी Blackberry आज बंद हो गई है. वो मोबाइल बनाने वाले विश्व के पहले ब्रांड्स में थी.

आज के दौर में जरूरत में स्मार्टफोन्स खूब सहज हो गए हैं. ऐसे में लोग आसानी से इनका प्रयोग कर सकते हैं लेकिन एक ऐसा वक्त था जब मोबाइल फोन्स कॉलिंग या मैसेजिंग के कुछ ही फीचर्स के साथ आते थे, इन्हें इस्तेमाल करना भी बेहद जटिल होता था. आज जो दिग्गज कंपनियां अपना नया फोन आए दिन लॉन्च कर देती हैं. उनका पहला फोन कैसा था, ये जानना लोगों के लिए एक उत्सुकता का विषय है. इन कंपनियों के पहले  फोन पर आपको भी नजर डालनी चाहिए. 

Motorola का पहला Smartphone

कंपनी का ये पहला स्मार्टफोन साल 1973 का दौर था. ये कुछ सीमित कारों और वाहनों में ही फोन लगे होते थे. मोटोरोला पहली ऐसी कंपनी थी, जिसने हाथ में लेकर बात करने वाला डायनाटेक (प्रोटोटाइप) फोन विकसित किया. इस फोन का वज़न 1.1 किलो था। यह 23 सेंटीमीटर लंबा था। इस प्रोटोटाइप को 10 घंटे चार्ज करना पड़ता था, तब यह 30 मिनट का टॉकटाइम देता था. 

Blackberry का 5810

Blackberry का पहला फोन क्षमताओं से लैस मॉडल 5810 था. इसमें कॉल तो हो सकती थी लेकिन इयरफोन का इस्तेमाल अनिवार्य था. हालांकि, इससे पहले कंपनी बड़ी स्क्रीन वाला ब्लैकबेरी 857 आया लेकिन कॉलिंग का फीचर 5810 ही लेकर आया था

Nokia Mobirio

नोकिया मोबाइल कंपनियों में सदैव दिग्गज रही है.इसका पहला फोन साल 1982 में आया था. नोकिया मोबीरा सीनेटर कंपनी का पहला मोबाइल फोन था. इस फोन ने बाज़ार पर 30 सालों तक राज किया. यह उस वक्त की बैटरी के चलते 'भारी-भरकम' था और इसका वज़न 10 किलो तक था लेकिन अब नोकिया भी बंद हो चुकी है. इसे एचएमडी ग्लोबल ने खरीद लिया है. 

Samsung SC-1000

दक्षिण कोरियाई कंपनी Samsung का आज देश-दुनिया में बड़ा नाम है. साल 1985 में कंपनी का पहला फोन सैमसंग एससी-1000 आया था, जिसका इस्तेमाल कार में किया जाता था. इसने दो साल तक मोटोरोला के फोन को खूब टक्कर दी थी.