Google ने पेश किया नया टूल, AI और Deepfake पर लगेगी रोक, जानें कैसे करेगा काम 

इस समय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से बनी फोटोज और डीपफेक के मामले आजकल आप अक्सर सुना रहे होंगे. यह काफ तेजी से देश में बढ़ रहे है. ऐसे में इनसे बचने के लिए गूगल ने अपना एक टूल लॉन्च किया है. 

| Updated: Oct 14, 2024, 09:25 AM IST

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देश में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से बनी फोटोज और डीपफेक के मामले काफी तेजी से बढ़े हैं. इससे निपटने के लिए गूगल ने एक टूल को लॉन्च किया है, जिसका नाम  कंटेंट क्रेडेंशियल्स है. ये  टेक्नोलॉजी स्टेंडर्ड के पहले से अधिक  सुरक्षित वर्जन  है. 

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इस नई टेक्नोलॉजी को पहल से ज्यादा सुरक्षित बनाया गया है. यह किसी भी तरह की टेंपरिंग के लिए अधिक इफेक्टिव है. ये टूल गूगल के माध्यम से एआई इमेज को लेबल करने के लिए किया जाएगा. 

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Google के मुताबक, Google Images, Lens और Circle to Search पर दिखने वाली इमेज के कंटेंट क्रेडेंशियल में यूजर्स को सभी तरह की जानकारी मिल जाती है. इसका मतलब ये है कि यूजर्स किसी पर फोटो पर जाकर About this image सेक्शन में जाकर ये आसानी से देख पाएंगे कि इसेज को किसी भी तरह के एआई टूल की सहायता से बनाया गया है. या इसे किसी तरह से एडिट किया गया है. 

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इसके साथ ही गूगल अपने एडवरटाइजिंग सिस्टम को C2PA मेटाडेटा के साथ कनेक्ट करने की योजना बना रहा है. बता दें कि ये डेटा आगे चलकर कंपनी के बारे में जानकारी देगा. इसके अलावा गूगल यूट्यूब पर भी अपने यूजर्स को C2PA जानकारी देने के लिए काम कर रही है.

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इसकी मदद से यूजर्स को जानकारी मिल सकेगी. उन्हें यह आसानी से पता च पाएगा की वीडियो कैमरे से शूट किया गया है या डिजिटली तैयार किया गया है. इस नए टूल की मदद से यूजर्स को अब काफी आसानी होने वाली है.