3 फीट के व्यक्ति को मिला DL, बन गया ये रिकॉर्ड

Written By पुष्पेंद्र शर्मा | Updated: Dec 07, 2021, 05:42 PM IST

gattipally shivpal

महज 3 फीट के शिवपाल ड्राइविंग लाइसेंस हासिल करने वाले भारत के सबसे छोटे व्यक्ति बन गए हैं.

डीएनए हिंदी: लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती...ये पंक्तियां हैदराबाद के 42 वर्षीय व्यक्ति गट्टीपल्ली शिवपाल (Gattipally Shivpal) पर मुफीद बैठती हैं.

महज 3 फीट के शिवपाल ड्राइविंग लाइसेंस हासिल करने वाले भारत के सबसे छोटे व्यक्ति बन गए हैं. उन्होंने तेलंगाना के करीमनगर जिले से लाइसेंस हासिल करने के लिए तमाम मुश्किलों को पार ​किया. इस उपलब्धि के लिए उन्हें लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नामांकित किया गया है.

इस तरह हुई शुरुआत
शिवपाल ने समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से कहा, मेरे कद के कारण लोग मुझे चिढ़ाते थे. आज मैं लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और कई अन्य रिकॉर्ड्स के लिए नामांकित हूं. कई छोटे लोग ड्राइविंग प्रशिक्षण के लिए मुझसे संपर्क कर रहे हैं.

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 शिवपाल ने ड्राइविंग लाइसेंस हासिल करने वाले भारत के सबसे छोटे व्यक्ति बनने के अपने सफर को साझा करते हुए इसकी पूरी कहानी बताई. उन्होंने कहा कि अमेरिका के एक व्यक्ति द्वारा इंटरनेट पर अपलोड किए गए वीडियो ने उन्हें एक कार में आवश्यक संशोधनों को समझने में मदद की. जिससे वह अपने कद के अनुसार इसे चलाने में सक्षम रहे.

उन्होंने अपनी कार में कई बदलाव किए हैं. वह सीट और अन्य उपकरणों को अपनी ऊंचाई तक उठा सकते हैं. शिवपाल ने गाड़ी चलाने के लिए अपने एक दोस्त की मदद ली.

इस तरह हुआ चुनौती से सामना
ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना भी शिवपाल के लिए किसी संघर्ष से कम नहीं था. परिवहन विभाग के पास ऊंचाई के लिए कुछ दिशानिर्देश थे जिससे उन्हें लाइसेंस प्राप्त करने के लिए समस्याओं का सामना करना पड़ा.

अधिकारियों से अपील करने के बाद, शिवपाल ने तीन महीने के लिए एक लर्निंग लाइसेंस प्राप्त किया. फिर उन्हें स्थायी लाइसेंस दे दिया गया. उनके ड्राइविंग टेस्ट में परिवहन विभाग के अधिकारी साथ रहे. बिना लाइसेंस के शिवपाल अपना वाहन नहीं खरीद सकते थे. उन्हें बाहर घूमने के लिए सार्वजनिक परिवहन पर निर्भर रहना पड़ा.

ड्राइविंग स्कूल शुरू करने की योजना
शिवपाल अब अगले साल विकलांग लोगों के लिए एक ड्राइविंग स्कूल शुरू करने की योजना बना रहे हैं. वह एक निजी कंपनी में कार्यरत हैं.शिवपाल ने कहा, आने-जाने के लिए, जब भी मैं कैब बुक करता था, तो वे राइड रद्द कर देते. जब मैं अपनी पत्नी के साथ बाहर जाता था, तो लोग भद्दे कमेंट्स करते. तभी मैंने एक कार खरीदने और उसे चलाने का फैसला लिया. उन्होंने कहा, "हर किसी में कुछ न कुछ दोष होता है, लेकिन अपनी छिपी प्रतिभा को ढूंढ़ना और उसे हासिल करना ही मायने रखता है.