इस साल 10 लाख इलेक्ट्रिक व्हीकल बिकेंगे, SMEV का बड़ा अनुमान

पुष्पेंद्र शर्मा | Updated:Jan 06, 2022, 10:54 PM IST

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SMEV का कहना है कि देश में पिछले साल इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स (E2Ws) की बिक्री दोगुना बढ़कर 2,33,971 यूनिट हुई है.

डीएनए हिंदी: देशभर में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की ओर लोगों का रुझान तेजी से बढ़ रहा है. इसे देखते हुए देशभर में चार्जिंग नेटवर्क स्थापित किया जा रहा है. इस बीच सोसाइटी ऑफ मैन्युफैक्चरर्स ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (SMEV)ने बड़ा आकलन किया है. SMEV को इस साल भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री लगभग 10 लाख यूनिट होने की उम्मीद है. मुख्य रूप से इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स इस साल जोर पकड़ेंगे.

SMEV का कहना है कि देश में पिछले साल इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स (E2Ws) की बिक्री दोगुना बढ़कर 2,33,971 यूनिट हो गई. जो 2020 में 1,00,736 यूनिट्स थी. यानी इस साल दोगुने से ज्यादा ईवी स्कूटर की सेल हुई है. एसएमईवी के महानिदेशक सोहिंदर गिल ने कहा, हमने पूरी 'ईवी यात्रा' में पिछले कुछ महीनों से बेहतर दिन नहीं देखे हैं.

पिछले 15 वर्षों में, हमने सामूहिक रूप से लगभग 1 मिलियन e2w, ई-थ्री व्हीलर, ई-कार और ई-बसें बेची हैं. अब हमें एक साल में ही 10 लाख यूनिट बेचने की संभावना है. उन्होंने कहा कि फेम II के माध्यम से ईवी नीति में हालिया सकारात्मक बदलाव एक गेम-चेंजर साबित हुआ है. गिल ने कहा, आकर्षक कीमतों, कम चलने वाली लागत और कम रखरखाव के कारण ग्राहकों ने अब बड़ी संख्या में पेट्रोल दोपहिया वाहनों से इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर रुख करना शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि हाल के मासिक रुझानों के अनुसार, अगले 12 महीनों में पिछले एक साल की तुलना में पांच से छह गुना वृद्धि देखी जा सकती है.

SMEV के अनुसार, ऐसे हाई-स्पीड इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स (E2Ws) जिनकी गति 25 किमी प्रति घंटा से अधिक है और जिन्हें पूर्ण लाइसेंस की आवश्यकता होती है, उन्होंने 2021 में 27,206 यूनिट्स की तुलना में 1,42,829 यूनिट्स पर 425 प्रतिशत की भारी वृद्धि दर्ज की है.

25 किमी / घंटा से कम गति वाले E2W की बिक्री में लाइसेंस और पंजीकरण की कोई आवश्यकता नहीं है. एसएमईवी ने कहा कि 2021 की अंतिम दो तिमाहियों में कम गति वाले ई2डब्ल्यू की बिक्री में गिरावट आई है, जिसकी बाजार हिस्सेदारी अक्टूबर-दिसंबर 2021 की अंतिम तिमाही में 15 प्रतिशत से कम हो गई है.

इसमें कहा गया है कि 15,000 रुपये/किलोवाट की बैटरी क्षमता के आधार पर हाई-स्पीड बाइक पर प्रोत्साहन ने एंट्री-लेवल हाई-स्पीड व्हीकल्स को तुलनात्मक रूप से सस्ता बना दिया है. गिल ने कहा कि अगले दो से तीन वर्षों में भारत में बड़े और संगठित प्लेयर्स के ई-स्कूटर, ई-मोटरसाइकिल और ई-साइकिल से लेकर सभी क्षेत्रों में उत्पाद होने की उम्मीद है.

उन्होंने कहा, चार से पांच वर्षों में, हम अब आत्मविश्वास से भविष्यवाणी कर सकते हैं कि दोपहिया बाजार का लगभग 30 प्रतिशत इलेक्ट्रिक होगा. एसएमईवी ने कहा कि वाहन डेटा के आधार पर, हीरो इलेक्ट्रिक 2021 में 46,214 इकाइयों की बिक्री के साथ नंबर 1 हाई-स्पीड ई2डब्ल्यू कंपनी बनी. इसके बाद ओकिनावा 29,868 इकाइयों, एथर 15,836 इकाइयों, एम्पीयर 12,417 इकाइयों और प्योर ईवी 10,946 इकाइयों के साथ अन्य स्थानों पर रहे.

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