Cyber Fraud से बचने के लिए अपनाएं यह तरीका, कभी अकाउंट नहीं होगा खाली

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Mar 24, 2022, 05:35 PM IST

अगर आप लेन-देन के लिए ऑनलाइन बैंकिंग का इस्तेमाल करते हैं तो संभल जाइए. साइबर दोस्त ने इसे लेकर एक बेहद ही महत्वपूर्ण सुझाव दिया है.

डीएनए हिंदी: अगर आप UPI या नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करते हैं तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है.दिन पर दिन टेक्नोलॉजी जिस तरह और बेटर हो रही है. उसी तरह हैकर्स भी नए-नए तोड़ इजाद कर रहे हैं. पिछले कुछ समय में साइबर क्रिमिनल्स ने तेजी के साथ अलग-अलग तरीके से लोगों को शिकार बनाया है. भारत में डिजिटलाईजेशन का दौर तेजी के साथ बढ़ा है. ऐसे में लोग घर बैठे ही ऑनलाइन पैसे जमा करने और ट्रांसफर करने लगे हैं. इस दौरान डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, UPI पेमेंट, नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करने वालों की संख्या तेजी के साथ बढ़ी है. हालांकि इसके साथ ही ऑनलाइन अपराध की भी संख्या में इजाफा हुआ है. आज हम आपको यहां यही बताएंगे कि कैसे आप ऑनलाइन ठगी से बच सकते हैं.

अलग-अलग अकाउंट्स के लिए अलग पासवर्ड रखें

साइबर अपराधियों की संख्या में जिस तरह दिन प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है. केंद्र सरकार की संस्थाएं आए दिन लोगों को ऐसे अपराधों से बचने के तरीके बताते रहती हैं. इसी के तहत केंद्र सरकार ने लोगों को आगाह किया है कि लोग अपने पेमेंट करने वाले अलग-अलग अकाउंट्स के पासवर्ड हमेशा अलग ही रखें. कई लोगों कि आदत होती है कि वाज जितने भी ऑनलाइन पेमेंट मेथड का इस्तेमाल कर रहे होते हैं सभी का पासवर्ड एक ही होता है जिससे साइबर क्राइम की गुंजाईश बढ़ जाती है.

Cyber Dost ने भी दी जानकारी

ग्राहकों को साइबर क्राइम के बारे में चेताने के लिए साइबर दोस्त (Cyber Dost) ने भी अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर बताया कि ‘अलग-अलग अकाउंट के लिए हमेशा अलग-अलग पासवर्ड का ही इस्तेमाल करें. सावधान रहें और सेफ बनें.’ 

खुद को साइबर फ्रॉड से कैसे सुरक्षित रखें?


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