Digital Payment: UPI के माध्यम से डिजिटल भुगतान करते समय रखें इन 5 बातों को ध्यान

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Mar 17, 2022, 11:42 PM IST

पिछले कुछ वर्षों के अंदर भारत में डिजिटल भुगतान और साइबर अपराधों की संख्या में बहुत वृद्धि हुई है. 

डीएनए हिंदीः आज बिल भरने से लेकर टिकट बुक करने तक जैसे छोटे से लेकर बड़े काम के लिए यूपीआई ऐप और नेट बैंकिंग का इस्तेमाल किया जाता है. इतना ही नहीं हम इन डिजिटल माध्यम से पैसे ट्रांसफर या प्राप्त भी करते हैं जो हमारे जीवन को आसान बनाता है. इससे हमारे समय की भी बहुत बचत हाती है. 

एक ओर डिजिटल भुगतान ने हमारे जीवन को बहुत आसान बना दिया है, वहीं साइबर अपराध भी लगातार बढ़ रहे हैं. जालसाज पैसे चुराने के नए-नए तरीके खोज रहे हैं. पिछले कुछ वर्षों में भारत में साइबर अपराधों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है. यहां यूपीआई से भुगतान करते समय धोखाधड़ी से बचने के 5 तरीके बताए गए हैंः 

1. यूपीआई ऐप को अपडेट रखें

साइबर अपराधियों से खुद को सुरक्षित रहने के लिए समय-समय पर यूपीआई ऐप को अपडेट करते रहना चाहिए. साइबर सुरक्षा को बढ़ाने के लिए कंपनियां हर अपडेट के साथ नए फीचर्स देती हैं. ऐसे में यूपीआई ऐप को हमेशा अपडेट रखना आपको धोखाधड़ी से बचाने में मदद कर सकता है.

2.  पैसे प्राप्त करने के लिए पिन दर्ज न करें

किसी भी उपयोगकर्ता को पैसे प्राप्त करने के लिए यूपीआई ऐप में पिन दर्ज करने की आवश्यकता नहीं होती है. ऐसे में आप सर्तक और सावधान रहें. यदि कोई आपको पैसे भेजते समय आपसे पिन मांग रहा है, तो उसे साफ मना कर दें. 

3. फ्रॉड कॉल्स से सावधान रहें

साइबर अपराधी न केवल लोगों को लिंक भेजकर उनके पैसे चुराने की कोशिश करते हैं बल्कि वे सीधा यूजर्स को कॉल भी करते हैं. कॉल कर अपराधी पासवर्ड, पिन आदि पूछते हैं. याद रखें बैंक कॉल पर इस तरह का विवरण नहीं मांगते हैं इसलिए आपको ऐसी किसी भी कॉल के झांसे में आने से बचना चाहिए. 

4. किसी भी प्रकार के लिंक पर पिन न डालें

लोगों को मेल और व्हाट्सएप पर आकर्षक ऑफर मिलते हैं, खासकर त्योहारों के मौसम में. इस तरह के लिंक आपको 'पुरस्कार' या 'कैशबैक' प्राप्त करने के लिए आपका पिन और अन्य विवरण दर्ज करने के लिए कहते हैं. ऐसे लिंक्स से सावधान रहें और उनपर क्लिक ना करें. 

5. स्ट्रांग पासवर्ड 

यूपीआई सेवा के लिए पंजीकरण करते समय एक स्ट्रांग पासवर्ड लगाएं. ऐसा पासवर्ड लगाएं जिसका आसानी से कोई अनुमान ना लगाया जा सके. यूपीआई पिन आमतौर पर 6 या 8 अंक का होता है. 

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