Online Security Tips: इंटरनेट की दुनिया में ऐसे रखें खुद को सुरक्षित, इन 4 बातों को ना करें नजरअंदाज

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:May 25, 2022, 05:14 PM IST

लैपटॉप स्पीड स्लो

ऑनलाइन फ्रॉड या फिशिंग से बचने के लिए सतर्क रहना जरूरी है. ये 4 गलतियां कभी ना करें.

डीएनए हिंदी: इंटरनेट की दुनिया में दाखिल हुए बिना जी पाना भी मुश्किल है और इस दुनिया में रहकर खुद को सुरक्षित बनाए रखना भी एक चुनौती है. मसलन यहां सोशल मीडिया और फाइनेंशियल एप्स के जरिए आपकी लगभग सारी ही जानकारी दर्ज रहती है. ऐसे में कोई इसका गलत फायदा ना उठा पाए ये आप कैसे सुनिश्चित करेंगे. हर रोज ऐसी घटनाएं सामने आती ही रहती हैं, जब किसी का सोशल मीडिया प्रोफाइल हैक हो जाता है या किसी के अकाउंट से पैसे गायब हो जाते हैं. ऐसे अनुभवों से बचने के लिए जरूरी है कुछ बातों का ध्यान रखना-

ऑरिजनल ऑपरेटिंग सिस्टम
सस्ते के चक्कर में अपने लैपटॉप के लिए पाइरेटेड विंडो ना खरीदें. इनके रेट में काफी अंतर होता है, ऐसे में कई बार लोग ऑऱिजनल की बजाय पाइरेटेड का ही इस्तेमाल कर लेते हैं. जानकार बताते हैं कि ऐसे ऑपरेटिंग सिस्टम में एक्टिवेशन-की काम नहीं करती और न ही विंडो अपडेट हो पाती है. पकड़े जाने के डर से यूजर विंडो अपडेट और डिफेंडर जैसी सेटिंग्स को भी बंद करके रखते हैं. ऐसे में नेट पर ब्राउज़िंग करते समय वायरस आने का खतरा ज्यादा होता है.

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पासवर्ड अपडेट करते रहें
हमारे सारे सोशल मीडिया अकाउंट्स और फाइनेंशियल ऐप्स का रास्ता पासवर्ड्स से होकर जाता है. ऐसे में हमेशा अपने अकाउंट्स के पासवर्ड अपडेट करते रहें. अगर किसी दूसरे के कंप्यूटर या मोबाइल फोन पर ब्राउज़िंग कर रहे हैं तो इन्कोग्निटो मोड चालू रखें. इन्कोग्निटो मोड का ऑप्शन हर ब्राउजर में है. इस मोड में ब्राउज़िंग करने से आपकी हिस्ट्री और लॉग इन इनफार्मेशन सिस्टम में सेव नहीं होती है.

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एंटरटेनिंग ऐप्स से दूरी बना लें
फेसबुक या अन्य सोशल मीडिया साइट्स पकर अक्सर आपके सामने ऐसे ऐप आते रहते हैं जिनमें आपके भविष्य या पास्ट बताने की बात कही जाती है. मसलन आप किस हीरो की तरह दिखते हैं, कब तक जिएंगे, आपकी पर्सनैलिटी कैसी है...इन सवालों के जवाब तलाशने के चक्कर में ना पड़ें. इस तरह के ऐप आपके मन में बस लालच पैदा करने के लिए होते हैं. जानकार बताते हैं कि ऐसे ऐप्स का काम फेसबुक से मोटी कमाई और आपकी जानकारी इकट्ठा करना होता है. जब आप ऐसे ऐप यूज़ करते हैं तो आपका डाटा भी इन ऐप्स के पास शेयर हो जाता है. 

ऐड ब्लॉकर है जरूरी
इंटरनेट पर मौजूद ढेरों वेबसाइट्स की कमाई का सबसे बड़ा जरिया विज्ञापन है. कभी-कभी खुद ही ऐसे एड्स की पॉपअप विंडो ओपन हो जाती हैं. कई बार इनके जरिए हमारे सिस्टम में वायरस की भी एंट्री हो जाती है. ऐसे में  ऐड ब्लॉकर इंस्टाल करके रखें. ऐड ब्लॉकर हार्मफुल डाटा या वायरस को आपके कंप्यूटर तक पहुंचने से रोकते हैं. इंटरनेट पर मुफ्त में बहुत सारे ऐड ब्लॉकर मौजूद हैं जिनमें से किसी को भी इस्तेमाल किया जा सकता है.

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