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डीएनए हिंदी: देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति देश में कारों का सीएनजी संस्करण लाने में अग्रणी रही है. मारुति सुजुकी ने सोमवार को अपडेटेड सेलेरियो का सीएनजी संस्करण लॉन्च किया. इसे पिछले साल नवंबर में कुछ अपडेट के साथ पेश किया गया था. मारुति सेलेरियो के जरिए उन खरीदारों को आकर्षित करना चाह रही है जहां सीएनजी आसानी से उपलब्ध है.
मारुति का दावा है कि उसने पिछले पांच वर्षों में अपनी सीएनजी वाहनों की बिक्री में 22 प्रतिशत की वृद्धि देखी है. मारुति सुजुकी के अधिकारियों के अनुसार, कंपनी ने लगभग 9,50,000 एस-सीएनजी वाहन बेचे हैं.
इस लोकप्रिय हैचबैक का सीएनजी संस्करण पेट्रोल मॉडल की तरह डिजाइन और फीचर्स के साथ पेश किया गया है. कंपनी ने कार में लगे सीएनजी टैंक में सिर्फ एक ही बदलाव किया है. इसमें 1.0-लीटर डुअल-जेट VVT K-Series इंजन दिया गया है जिसे 60-लीटर की सीएनजी स्टोरेज टैंक के साथ जोड़ा गया है. मारुति का कहना है कि सेलेरियो सीएनजी का प्रमाणित माइलेज 35.60 किलोमीटर प्रति किलो है. पेट्रोल विकल्प में इस कार की माइलेज 26.68 kmpl है.
सेलेरियो सीएनजी की कीमत 6.58 लाख (एक्स शोरूम) रखी गई है. यह टाटा मोटर्स से जल्द ही लॉन्च होने वाली टियागो सीएनजी को टक्कर दे सकती है. इसके साथ ही सैंट्रो का भी विकल्प बनेगी. भारत में कार लॉन्च होने के बाद से दो महीनों में नई सेलेरियो के लिए 25,000 से अधिक बुकिंग मिली है.
क्यों किफायती है सीएनजी?
आंकड़ों के अनुसार देशभर में 3180 सीएनजी स्टेशन हैं. भारत में सबसे ज्यादा गुजरात में 794 सीएनजी स्टेशन का नेटवर्क है. हालांकि टियर 1, टियर 2 तक तो सीएनजी नेटवर्क की ठीक पहुंच है लेकिन टियर 3 सिटीज में यह न के बराबर है.
सीएनजी सेलेरियो लगभग 50 रुपए की सीएनजी में 35.60 किलोमीटर चलने का दावा कर रही है. इस तरह 10 लीटर सीएनजी में यह करीब 350 किमी तक की दूरी तय सकती है. जिसका खर्च 500 रुपए आएगा. पेट्रोल की प्राइस 95 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से भी लगाएं तो यह 950 रुपए के पेट्रोल में 260 किमी की दूरी ही तय कर पाएगी. इसलिए पेट्रोल की तुलना में सीएनजी काफी किफायती है.