जनवरी में बढ़ जाएगी मारुति की कारों की कीमत, क्या बाजार से मिलेगी चुनौती?

पुष्पेंद्र शर्मा | Updated:Dec 03, 2021, 04:54 PM IST

maruti suzuki

इस साल की शुरुआत में भारत में सबसे बड़ी कार निर्माता ने कच्चे माल और उत्पादन लागत में वृद्धि का हवाला देते हुए अपनी कारों की कीमतें बढ़ा दी थीं.

डीएनए हिंदी: यदि आप नए साल में नई कार खरीदने की तैयारी कर रहे हैं तो जेब का वजन थोड़ा बढ़ा लीजिए क्योंकि देश की दिग्गज कार कंपनी प्राइस हाइक करने जा रही है. मारुति सुजुकी की कारें जनवरी 2022 से महंगी हो जाएंगी. देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी का कहना है कि कीमत बढ़ाने का फैसला पिछले एक साल में वाहनों की उत्पादन लागत में वृद्धि होने के बाद लिया गया है.

एक आधिकारिक बयान में मारुति सुजुकी ने कहा कि पिछले एक साल में विभिन्न इनपुट लागतों में वृद्धि के कारण उसके वाहनों की लागत पर प्रभाव पड़ रहा है. मारुति सुजुकी ने आगे कहा, "इसलिए कंपनी के लिए कीमतों में बढ़ोतरी के जरिए अतिरिक्त लागतों का कुछ प्रभाव ग्राहकों पर डालना अनिवार्य हो गया है."

हालांकि इस बारे में ज्यादा खुलासा नहीं किया गया है कि कारों की कीमतों में कितनी बढ़ोतरी होगी. विभिन्न मॉडलों के लिए कीमतों में वृद्धि अलग-अलग होगी.

मारुति सुजुकी ने 2021 में कीमतों में बढ़ोतरी के फैसले की घोषणा की थी. इस साल की शुरुआत में भारत में सबसे बड़ी कार निर्माता ने कच्चे माल और उत्पादन लागत में वृद्धि का हवाला देते हुए अपनी कारों की कीमतें बढ़ा दी थीं.

सितंबर में एक बार फिर मारुति ने कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा की. कार निर्माता ने अपने चुनिंदा मॉडलों की कीमतों में 1.9 प्रतिशत की वृद्धि कर दी, जो 6 सितंबर 2021 से प्रभावी हो गई. इससे लगभग हर मॉडल पर 1 हजार से लेकर 22,500 रुपए तक की बढ़ोतरी हो गई.

चुनौती का सामना

दरअसल, ऑटो इंडस्ट्री के सामने इन दिनों कई चुनौतियां आई हैं. इसमें एक चुनौती चिप की कमी है. जिससे ऑटो इंडस्ट्री काफी प्रभावित हुई है. इसके साथ ही कच्चे माल की बढ़ती कीमतों, कंटेनरों की अनुपलब्धता, उच्च शिपिंग दर के साथ लॉजिस्टिक्स को लेकर अनिश्चितता भी उद्योग को प्रभावित कर रही है. स्टील और मैग्नीशियम जैसे प्रमुख कच्चे माल की उपलब्धता की कमी ने भी उद्योग को प्रमुख रूप से प्रभावित किया है.

मिल सकती है चुनौती
ऑटो एक्सपर्ट्स का कहना है कि मारुति के प्राइस हाइक से उसे बाजार से चुनौती मिल सकती है. स्मॉल सेग्मेंट की कारें मिडिल क्लास फैमिलीज से दूर होने लगेंगी तो लोग दूसरी कंपनियों की ओर रुख करेंगे. हालांकि मारुति को देखते हुए अन्य कार निर्माता भी उसी रास्ते पर चलने की कोशिश करेंगे.

मारुति ऑटो