EV लें या CNG व्हीकल्स ? जानिए दोनों के फायदे और बड़े नुकसान

कृष्णा बाजपेई | Updated:Dec 29, 2021, 08:27 PM IST

Electric Vehicle और CNG दोनों चलन बढ़ रहा है. ऐसे में लोगों के लिए ये समझना आवश्यक है कि उन्हें अपनी जरूरत के अनुसार क्या लेना चाहिए.

डीएनए हिंदी: देश में बढ़ते पेट्रोल-डीजल के दामों के बीच तेजी से Electric Vehicle  की डिमांड बढ़ रही है. इसको देखते हुए ही आटोमोबाइल कंपनियां लगातार इलेक्ट्रिक वाहनों की लॉन्चिंग कर रही हैं. वहीं एक वैकल्पिक स्रोत CNG का भी रहता है जिसके चलते लोगों के मन में असमंजस की स्थिति पैदा होती है कि वह Electric Vehicle लें या CNG का.  ऐसे में आज हम आपको इन दोनों के ही फायदे और नुकसान से रूबरू कराएंगे. 

दोनों का बढ़ता चलन

पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने के बाद लोग तेजी से Electric Vehicle की ओर अपने कदम बढ़ा रहे हैं लेकिन इसमें सबसे बड़ी दिक्कत यह होती है कि इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत अधिक होती हैं. लोगों को Electric Vehicle के लिए एक बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है जो ओवर बजट हो जाती है. इसके विपरीत CNG के व्हीकल इलेक्ट्रिक के मुकाबले काफी सस्ते पड़ते हैं और इन्हें यूज़ करना भी लोगों के लिए आसान होता है.  

Electric Vehicle के फायदे और नुकसान

Electric Vehicle के मालिकों के लिए सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि पेट्रोल-डीजल से उन्हें पूर्ण मुक्ति मिल जाती है. इसके अलावा कुछ जगहों पर EV खरीदने पर RTO शुल्क या रोड टैक्स नहीं देना पड़ता है. कई कारों में एक किलोमीटर कार चलाने की लागत एक रुपये से भी कम है. इनका एक सबसे बड़ा फायदा यह भी है कि CNG के मुकाबले इनका मेंटेनेंस अधिक आसान और सस्ता होता है. 

Electric Vehicle के सबसे बड़े नुकसान की बात करें तो आज के समय की सबसे बड़ी दिक्कत इनके लिए चार्जिंग स्टेशनों का ना होना है.  इसके अलावा भारी डिमांड के कारण मार्केट में इनकी संख्या काफी कम है. लोगों को इन्हें खरीदने के लिए मोटी रकम चुकानी पड़ रही है. Electric Vehicle की रेंज 400 किलोमीटर से ज्यादा की नहीं है यही कारण है कि लंबी दूरी के यात्री Electric Vehicle से बचते हैं. 

सीएनजी के फायदे और नुकसान 

CNG वाहनों के साथ भी इलेक्ट्रिक वाहनों की तरह  पेट्रोल डीजल की दिक्कत खत्म हो जाती है. CNG की कीमत बढ़ोतरी हुई है. इसके बावजूद पेट्रोल और ईंधन की कीमतों से अब भी काफी कम है. कई कारें ऐसी भी हैं जो CNG पर चलने के साथ ही पेट्रोल और डीजल पर भी चलती हैं जिसके चलते आप समय-समय पर पेट्रोल डीजल या CNG में सर्च कर सकते हैं. 

वहीं नुकसान गिनाए जाएं तो Electric Vehicle की तरह CNG स्टेशनों की आधा देश में काफी कम है. यही कारण है कि लोग अभी भी CNG व्हीकल का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं देश के कई इलाके हैं जहां अभी भी एक भी CNG स्टेशन नहीं है. इसके अलावा कार में लंबे समय तक CNG का इस्तेमाल करने से व्हीकल की परफॉर्मेंस पर असर होता है. पेट्रोल या डीजल का इस्तेमाल करते समय आउटपुट की तुलना में कार का पावर आउटपुट 10 प्रतिशत तक कम हो सकता है. 

Electric Vehicle और CNG दोनों ही विकल्प की अपनी-अपनी विशेषता है जिसके चलते इनके फायदे और नुकसान भी अलग-अलग हैं. वैसे मैं आपको क्या करना होगा कि आप अपनी जरूरत के अनुसार Electric Vehicle लेना चाहते हैं या सीएनजी से आपका काम लंबें समय तक चल सकता है.

इलेक्ट्रिक व्हीकल सीएनजी