देश के 500 गांवों में डिजिटल ट्रांजेक्शन का ज्ञान देगा WhatsApp

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Dec 15, 2021, 09:46 PM IST

WhatsApp Pay के जरिए ट्रांजेक्शन को विस्तार देने का पायलट प्रोजेक्ट कर्नाटक और महाराष्ट्र के 500 गांवों में शुरू कर दिया गया है.

डीएनए हिंदीः देश में डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए मोदी सरकार ने जहां एक तरफ आज UPI पेमेंट पर इन्सेंटिव देने का ऐलान किया है, तो दूसरी दुनिया की सबसे लोकप्रिय इन्सटेंट मैसेजिंग एप्लिकेशन WhatsApp ने भी भारत में डिजिटल पेमेंट से जुड़ा ज्ञान बांटने का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है. कंपनी महाराष्ट्र एवं कर्नाटक के 500 गांवों में डिजिटल पेमेंट को प्रोत्साहन देने के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू कर रही है जो कि देश के लिए डिजिटल साक्षरता के लिहाज से एक सकारात्कम पहल हो सकती है.

WhatsApp Pay का मिलेगा ज्ञान 

देश में डिजिटल पेमेंट के प्रोत्साहन को लेकर कर्नाटक और महाराष्ट्र के 500 गांवों में WhatsApp जागरुकता अभियान चलाने वाली है.  इसको लेकर कंपनी ने जानकारी दी है कि ये सारा ट्रांजेक्शन WhatsApp Pay के जरिए सिखाया जाएगा. कंपनी ने इस पायलट प्रोजेक्ट का नाम डिजिटल पेमेंट उत्सव रखा है. कंपनी इस प्रोजेक्ट के तहत लोगों को WhatsApp Pay के माध्यम से डिजिटल पेमेंट करना सिखाएगी और डिजिटल पेमेंट से होने वाले फायदों से भी रूबरू करवाएगी. 

कंपनी ने की बड़ी घोषणा

डिजिटल पेमेंट को लेकर WhatsApp की पेरेंट कंपनी मेटा की बैठक में  अहम फैसले किए गए हैं. इस प्रोजेक्ट के जरिए कंपनी भारत में अपने डिजिटल ट्रांजेक्शन के जाल को विस्तार देने की कोशिश कर रही है. इस योजना को लेकर WhatsApp इंडिया के प्रमुख अभिजीत बोस ने कहा, "पायलट प्रोग्राम की शुरुआत डिजिटल पेमेंट को गांवों में बढ़ावा देने के लिए की गई है. हम देश में फाइनेंशियल इनकल्‍शन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इसकी शुरुआत के जरिए डिजिटल पेमेंट सिस्‍टम में 500 मिलियन नए ट्रांजेक्‍शन लाने की है। 

लोगों को करेंगे जागरुक

लोगों को इस पेंमेंट के लिये जागरुक करने के उद्देश्य को रखते हुए भारतीय अधिकारी ने कहा, "WhatsApp का आसान पेमेंट का सिस्‍टम नए लोगों को इससे जोड़ेगा. कंपनी कम पढ़े-लिखे लोगों को और जागरूक बनाएगी जिससे वो डिजिटल पेमेंट पर अपना भरोसा बढ़ाएं और कैश के लेनदेन से मुक्त हो सकें. ग्रामीणों को UPI पेमेंट के लिए साइनअप करने, नया खाता बनाने और कैसे उसे सुरक्षित रखना है, इस बारे में जागरूक कर रहे हैं." 

गौरतलब है कि कंपनी के इस प्रोजेक्ट से उसे तो लाभ होगा ही किन्तु एक बड़ा लाभ भारत में डिजिटल ट्रांजेक्शन को लेकर भी हो सकता है क्योंकि आज के दौर में WhatsApp की पहुंच काफी विराट हो गई है. 
 

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