डीएनए हिंदी: भारत में इलेक्ट्रिक कार मार्केट तेजी से बढ़ रहा है. लोग अब पेट्रोल, डीजल व्हीकल्स से ईवी की ओर शिफ्ट होने लगे हैं. इस रुझान को देखते हुए कई कंपनियों ने इस साल भारतीय मार्केट में नए इलेक्ट्रिक व्हीकल लॉन्च करने की योजना बना ली है. इसी कड़ी में निसान भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक व्हीकल पर स्टडी कर रही है. आने वाले दिनों में कंपनी अपने इलेक्ट्रिक वाहनों को लॉन्च करने के बारे में निर्णय लेगी.
तीन गुना बढ़ा बाजार
निसान मोटर इंडिया के सीओओ अश्विनी गुप्ता ने कहा कि भारत इलेक्ट्रिक कारों के लिए अगला बड़ा 'संभावित बाजार' है. उन्होंने कहा, मैं बता सकता हूं कि एक साल में भारतीय ईवी बाजार तीन गुना बढ़ गया है और भारत ईवी बाजार के लिए एक बड़ी संभावना बनने जा रहा है. गुप्ता ने कहा कि रेनो-निसान-मित्सुबिशी ऑटोमोबाइल पार्टनर्स देश में इस सेगमेंट में एंट्री लेवल का अध्ययन कर रहा है.
उन्होंने कहा कि निसान का भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन उतारने का फैसला तीन पहलुओं पर निर्भर करेगा. प्रोडक्ट, कॉम्पिटीशन और इकोसिस्टम. गुप्ता ने कहा, सवाल यह है कि हम बैटरी का स्थानीयकरण कैसे करेंगे? इकोसिस्टम के लिए बुनियादी ढांचे के बारे में हम स्टडी करने जा रहे हैं.
35 इलेक्ट्रिक कारें लॉन्च करेगी कंपनी
निसान ने अपने एलायंस पार्टनर्स रेनॉल्ट और मित्सुबिशी के साथ गुरुवार को घोषणा की थी कि वह 2030 तक पांच आम ईवी प्लेटफॉर्म पर आधारित 35 नई इलेक्ट्रिक कारें लॉन्च करेगी. तीनों अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए अगले पांच वर्षों में 23 अरब डॉलर का निवेश करेंगे.
तीनों कंपनियों ने पांच प्लेटफार्म में से एक सीएमएफ-बीईवी प्लेटफॉर्म बनाया है जो पूरी तरह से इलेक्ट्रिक कारों के लिए है. इसे सबसे पहले यूरोपीय बाजारों में इस्तेमाल किया जाएगा. इस प्लेटफॉर्म पर आधारित पहला इलेक्ट्रिक व्हीकल कुछ ही हफ्तों में सड़कों पर आ जाएगा.