डीएनए हिंदी: Fact Check News- युवाओं के बीच सबसे ज्यादा हॉट टॉपिक रोजगार या नौकरी हासिल करना होता है. हर युवा अच्छी से अच्छी नौकरी या बिजनेस करना चाहता है. स्टार्टअप्स के बढ़ते चलन के बीच हर युवा नौकरी के बजाय अपने बिजनेस को प्राथमिकता दे रहा है, जिसके लिए उसकी पहली कोशिश सरकारी लोन हासिल करने की होती है. ऐसे में यदि सरकार किसी योजना में महज 2% के ब्याज पर लोन देने लगे तो शायद हर युवा उसी योजना के पीछे पड़ जाएगा. अब व्हाट्सएप और टेलीग्राम ग्रुपों में ऐसे ही एक सरकारी लोन का मैसेज वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री योजना आधार कार्ड लोन के तहत 2% सालाना के ब्याज पर लोन दिया जा रहा है, जिसके मूलधन पर 50% की छूट भी मिलेगी. पहली नजर में यह मैसेज बेहद लुभावना लग रहा है और शायद हर युवा यह लोन पाना भी चाहेगा. इसी योजना के बारे में हमने जांच-पड़ताल की है.
पहले जान लीजिए क्या हो रहा है वायरल
व्हाट्सएप ग्रुपों में लिंक के साथ एक मैसेज आ रहा है. इस मैसेज में बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार ने एक नई योजना चलाई है, जिसका नाम प्रधानमंत्री योजना आधार कार्ड लोन है. मैसेज में आगे बताया जा रहा है कि इस योजना के तहत युवाओं को सस्ती दर पर लोन दिया जा रहा है. इस लोन को लेने वाले युवा को सालाना महज 2% का ही ब्याज देना होगा. साथ ही लोन लेने वाले को मूलधन पर 50% की छूट मिलेगी यानी यदि वह 1 लाख रुपये का लोन लेता है तो उसे 50,000 रुपये ही वापस लौटाने होंगे.
क्या आया है फैक्ट चेक में सामने
DNA ने इस योजना के बारे में छानबीन की है. यह मैसेज पहली ही नजर में फर्जी इसलिए लगा, क्योंकि इसमें योजना का नाम पीएम योजना आधार कार्ड लोन बताया गया है. कोई भी प्रधानमंत्री योजना यदि आप देखेंगे तो उसमें आपको योजना का नाम प्रधानमंत्री और योजना के बीच में लिखा मिलेगा जैसे, प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना, प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना आदि. ऐसे में मैसेज में बताई जा रही योजना पर शक होने के बाद हमने सरकारी विभागों से उसका सच जानने की कोशिश की. केंद्र सरकार के किसी भी विभाग की तरफ से कहीं पर भी ऐसी किसी योजना की जानकारी नहीं मिली है. आधार कार्ड जारी करने वाली UIDAI की वेबसाइट पर भी ऐसा कोई जिक्र नहीं मिला है.
सरकार ने खुद जारी किया है इस योजना के फर्जी होने का अलर्ट
जब इस योजना के बारे में जानने के लिए गूगल सर्च किया गया तो प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) के फैक्ट चेक विंग द्वारा इसके बारे में जानकारी दी गई है. PIB Fact Check ने इस योजना को फर्जी बताते हुए सभी को अलर्ट किया है. साथ ही इस बारे में भी सचेत किया है कि ऐसे किसी मैसेज में दिए लिंक पर क्लिक करने के बाद आपकी निजी जानकारी चोरी हो सकती है. पीआईबी के इस मैसेज से यह बिल्कुल पुख्ता हो जाता है कि व्हाट्सएप ग्रुपों में शेयर हो रहा यह मैसेज पूरी तरह फर्जी है और महज ठगी करने के लिए इसे चलाया गया है.
ऐसे संदेशों पर कभी क्लिक ना करें
व्हाट्सएप, फेसबुक, एक्स, इंस्टाग्राम या किसी अन्य सोशल मीडिया हैंडल पर यदि आपको ऐसा कोई दावे वाला मैसेज मिलता है तो सचेत रहें. कभी भी ऐसे मैसेज में दिए लिंक पर क्लिक करने की जल्दबाजी ना करें. सबसे पहले किसी अन्य जरिये से उस मैसेज में किए जा रहे दावे के बारे में जानने की कोशिश करें. यदि मैसेज किसी सरकारी योजना से जुड़ा हुआ है तो आप एक्स (पहले ट्विटर) पर @PIBFactCheck हैंडल पर जाकर या factcheck.pib.gov.in वेबसाइट पर जाकर उसका स्क्रीनशॉट अपलोड करें. इसके बाद पीआईबी टीम उस मैसेज में किए जा रहे दावे की जांच करेगी और खुद ही उसकी सच्चाई आपको बता देगी. साइबर एक्सपर्ट्स के मुताबिक, आमतौर पर ऐसे मैसेज में दिए गए लिंक फिशिंग करने के लिए होते हैं, जो आपके फोन को हैक कर आपकी निजी जानकारी, पासवर्ड आदि चुरा लेते हैं. साथ ही ऐसे लिंक कंप्यूटर वायरस भी हो सकते हैं, जिससे आपका फोन हमेशा के लिए हैक हो सकता है. ऐसे में लिंक को क्लिक करने के बजाय पहले सच्चाई जानना ही सही है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.