डीएनए हिंदीः आर्टिफिशियल एजेंसी यानी AI इन दिनों सुर्खियों में है. इसे टेक्नोलॉजी की दुनिया में एक नया कदम माना जा रहा है. अब AI ने मेडिकल की दुनिया में भी अपनी जगह बनानी शुरू कर दी है़. अमेरिका के न्यूयॉर्क के रहने वाले एक व्यक्ति को लकवा मार गया था. AI की मदद से मरीज को ठीक किया गया. जिसके बाद उसके शरीर में मोशन और फीलिंग आ गई. आइए जानते हैं कि आर्टिफिशियल एजेंसी के माध्यम से व्यक्ति को कैसे ठीक किया.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 45 साल के कीथ थॉमस को डाइविंग करते वक़्त लकवा मार गया था. जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. कीथ थॉमस को लेकर मैनहैसेट के फीनस्टीन इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल रिसर्च के विशेषज्ञों का दावा है कि इस बीमारी में AI - इन्फ्यूज्ड सर्जरी का सहारा लिया गया. जिसकी वजह से मरीज बिल्कुल ठीक हो गया.
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विशेषज्ञों ने किया ऐसा दावा
इसके साथ विशेषज्ञों द्वारा कहा गया कि AI - इन्फ्यूज्ड सर्जरी करवाने से अंधापन, बहरापन, दौरे पड़ना, सेरेब्रल पाल्सी और पार्किंसंस जैसी बीमारियां ठीक हो जाती हैं. न्यूयॉर्क में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, फीनस्टीन इंस्टीट्यूट ऑफ बायोइलेक्ट्रॉनिक मेडिसिन के प्रोफेसर चाड बाउटन ने बताया कि पहली बार किसी व्यक्ति को लकवा मार देने के बाद इस तरह का इलाज किया गया. जिसमें लकवाग्रस्त व्यक्ति के मस्तिष्क, शरीर और रीढ़ की हड्डी को एक साथ इलेक्ट्रॉनिकली जोड़कर ठीक किया गया. इसके साथ उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इस तरह का इलाज बढ़ेगा. जिसकी वजह से लोगों की मदद हो पाएगी. बता दें कि इसके लिए माइक्रोइलेक्ट्रोड इंप्लांट की मदद से इस शख्स के ब्रेन से कंप्यूटर को कनेक्ट किया गया था.
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