डीएनए हिंदी: 'जेल की रोटी खानी पड़ेगी, जेल का पानी पीना पड़ेगा' बचपन में दोस्तों के साथ खेलते हुए ये लाइन तो आपने सुनी ही होगी लेकिन क्या हो अगर जेल की रोटी खाने लायक ही ना हो तो? सोशल मीडिया पर ऐसा ही एक मामला वायरल हो रहा है. मामला बिहार के बेगूसराय का बताया जा रहा है. यहां कोर्ट में पेशी के लिए लाए गए एक कैदी ने जज से जेल में मिलने वाले खाने की गुणवत्ता को लेकर शिकायत की. इतना ही नहीं, कैदी ने सबूत के तौर पर जज के सामने उसे मिलने वाली रोटियां भी लाकर रखी.
जानकारी के अनुसार, कैदी का नाम रामजप्पो यादव है. रामजप्पो कोर्ट में पेशी के दौरान अपने झोले में जेल की दर्जनों रोटियां लेकर पहुंच गया. यहां जज से शिकायत करते हुए उसने कहा, 'सर यह वह रोटियां हैं जो मुझे खाने के लिए मिली हैं. ऐसी रोटी तो जानवर भी नहीं खा पाएगा.' रामजप्पो ने आगे बताया कि जेल प्रशासन की ओर से कैदियों को या तो कच्ची या फिर जली-भुनी रोटियां दी जाती हैं. सब्जी और दाल के नाम पर एक ही सब्जी बार-बार दी जा रही है और उसमें भी केवल पानी ही रहता है.
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वहीं, घटना का एक वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में कैदी को जज से शिकायत करते हुए देखा जा रहा है. वीडियो की शुरुआत में आप देखेंगी कि कैसे कैदी अखबार में लिपटी दर्जनों रोटियां अपने सामने बैठे जज की टेबल पर लाकर रख देता है. इस दौरान जज भी कैदी से पूछते हैं कि ये रोटियां उसे अब कहां से मिली. इसपर जवाब में कैदी कहता है, 'जज साहब मैं खुद जेल में मिली रोटी को पेपर में लेपट कर झोले में रखकर लाया हूं. ये मुझे कल रात खाने को मिली थी. आपको विश्वास नहीं होता तो जेल में तीन बजे खाना मिलता है, आप चलकर देख सकते हैं. मेरे वार्ड में भी रोटी रखी होगी.'
यहां देखें वीडिया-
इसके अलावा कैदी के बेटे ने भी जेल में घटिया खाना दिए जाने की लिखित शिकायत दर्ज कराई थी.वहीं, अब कैदी खुद इन रोटियों को लेकर कोर्ट पहुंच गया. हालांकि, मामले के सामने आने के बाद कोर्ट ने कैदी की शिकायत पर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
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